डेटा में गड़बड़ी के कारण टॉप 100 ब्रांड्स की वैल्यू में 223 अरब डॉलर की गिरावट आ सकती है
मुंबई– दुनिया भर के टॉप 100 ब्रांड्स की वैल्यू को 223 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन कंपनियों में डेटा में काफी गड़बड़ी हुई है। इंफोसिस और इंटरब्रांड द्वारा एक ज्वाइंट साइबर सिक्योरिटी और ब्रांड वैल्यू इम्पैक्ट रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया के टॉप 100 सबसे मूल्यवान ब्रांड्स डेटा की गड़बड़ी की वजह से प्रभावित हुए हैं। हालांकि रिपोर्ट में इन टॉप-100 ब्रांड्स का नाम नहीं दिया गया है। डेटा उल्लंघन से यह संभावित नुकसान ब्रांड की मौजूदगी और और विश्वास पर पड़ने वाला है। उन ब्रांड्स को ज्यादा नुकसान होगा जो टेक्नोलॉजी, फाइनेंशियल सर्विसेज और ऑटोमोटिव सेक्टर में हैं। लक्जरी ब्रांड्स और कंज्यूमर गुड्स को उनके नेट इनकम का कुछ पर्सेंट तक का नुकसान उठाना पड़ सकता है।
223 अरब डॉलर के नुकसान में टेक्नोलॉजी ब्रांड का हिस्सा करीबन 29 अरब डॉलर का हो सकता है। इसके बाद कंज्यूमर ब्रांड्स का नंबर आता है। इस पर 5 अरब डॉलर का असर हो सकता है। ऑटोमोटिव सेक्टर में 4.2 बिलियन डॉलर, फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर में 2.6 बिलियन डॉलर और लक्जरी सामान वाले ब्रांड्स को 2.4 बिलियन डॉलर तक का नुकसान उठाना पड़ सकता है।
इंफोसिस में चीफ इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी ऑफिसर अधिकारी विशाल साल्वी ने कहा कि लंबे समय से साइबर सिक्योरिटी पर कंपनियां अच्छा खासा खर्च कर रही हैं। हालांकि इस डिजिटल युग में जहां एक कंपनी की प्रतिष्ठा ग्राहक डेटा की रक्षा और डिजिटल विश्वास स्थापित करने की क्षमता के आधार पर आंका जा रहा है, वहीं अब साइबर सिक्योरिटी एक निर्णायक भूमिका निभा रहा है।
इंटरब्रांड इंडिया के अमेया कपनादक ने कहा कि ब्रांड अपने ग्राहकों के साथ कैसे जुड़ते हैं, इसमें एक मौलिक बदलाव आया है। फिजिकल और वर्चुअल वर्ल्ड के बीच की रेखाएं धुंधली होती जा रही हैं। ऐसे में डिजिटल ब्रांड दुनिया पर अधिक से अधिक भरोसा कर रहे हैं। ऐसी सूरत में किसी भी तरह का डेटा ब्रीच ग्राहकों के साथ ब्रांड के रिश्ते में दरार पैदा करने का काम कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 85 पर्सेंट ग्राहक डेटा ब्रीच के बाद किसी ब्रांड से डील नहीं करेंगे, जबकि 65 पर्सेंट ग्राहक डेटा ब्रीच की स्थिति में ब्रांड पर अपना भरोसा खो देंगे।