कोरोना में भारत के 7 अरबपति बिजनेस मैन की 64 अरब डॉलर संपत्ति बढ़ी

मुंबई– कोविड-19 भले ही पूरी दुनिया को घर में बंद रहने के लिए मजबूर कर दिया हो, पर बिजनेस मैन के लिए यह पॉजिटिव रहा है। जबसे कोरोना महामारी के घातक परिणाम कम होने शुरू हुए हैं और अर्थव्यवस्था में थोड़ी बहुत रिकवरी होने लगी है, तब से साल 2020 में भारत के 7 अरबपतियों ने अपनी संपत्ति में 64 अरब डॉलर जोड़े हैं। 

अरबपति इंडेक्स के आंकड़ों से पता चला है कि इन 7 अरबपतियों की कुल संपत्ति 11 दिसंबर को 194.39 अरब डॉलर के पास थी। इस साल अब तक यह 50 प्रतिशत तक बढ़ी है। शुक्रवार को डॉलर की तुलना में रुपया 73.64 पर था। यानी 1 अरब डॉलर रुपया में 7,364 करोड़ के बराबर था।  

रिनूवेबल एनर्जी (renewable energy), पोर्ट, टर्मिनल्स और लॉजिस्टिक में अपना साम्राज्य खड़ा करने वाले पहली पीढ़ी के उद्यमी गौतम अदाणी 2020 में अब तक अपनी संपत्ति में 21.1 अरब डॉलर जोड़ चुके हैं। पिछले साल के अंत में उनकी संपत्ति 11.3 अरब डॉलर थी। यह अब 32.4 अरब डॉलर हो गई है। सबसे अमीर भारतीय बिजनेस मैन मुकेश अंबानी ने अपनी संपत्ति में 18.1 अरब डॉलर जोड़े हैं। उनकी कुल संपत्ति 76.7 अरब डॉलर हो गई है। पिछले साल के अंत में उनकी संपत्ति 58.6 अरब डॉलर थी।  

अंबानी भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक हैं। इस कंपनी का तेल-गैस, टेलीकॉम और रिटेल में दबदबा है। भारत के वैक्सीन किंग साइरस पूनावाला की संपत्ति 6.91 अरब डॉलर बढ़ी है। उनकी संपत्ति 15.6 अरब डॉलर हो गई है। वे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मालिक हैं। यह कंपनी कोरोना की दवा बना रही है। पुणे स्थित सीरम शेयर बाजार में लिस्टेड नहीं है। एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शिव नडार और विप्रो के अजीम प्रेमजी ने 6-6 अरब डॉलर की रकम जोड़ी है।  

नडार की कंपनी एचसीएल टेक भारत की तीसरी सबसे बड़ी आईटी निर्यातक है। फिलहाल उनकी कुल संपत्ति 22 अरब डॉलर है। विप्रो के प्रेमजी की संपत्ति 23.6 अरब डॉलर हो गई है। कोरोना संकट ने आईटी कंपनियों के लिए सोल्यूशन ढूंढने के नए अवसर पैदा किए हैं। मशहूर निवेशक और हाइपरमार्केट्स डी-मार्ट चेन के मालिक आर.के. दमानी की संपत्ति 4.71 अरब डॉलर से बढ़कर 14.4 अरब डॉलर हो गई है। सन फार्मा के दिलीप संघवी की संपत्ति अब 9.69 अरब डॉलर है, जो पहले 2.23 अरब डॉलर थी।  

गौतम अदाणी के स्टॉक की तेजी जबरदस्त रही है। ज्यादातर तेजी अदाणी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में रही। यह शेयर 5 गुना बढ़ा है। अडानी ग्रीन का मार्केट-कैप शुक्रवार को 31 दिसंबर, 2019 के 26 हजार 40 करोड़ रुपए के मुकाबले बढ़कर 1.63 लाख करोड़ रुपए हो गया है। अदाणी गैस का शेयर तीन गुना बढ़ा है। अदाणी एंटरप्राइजेज का शेयर 1.15 गुना, अदाणी ट्रांसमिशन का शेयर 28 पर्सेंट बढ़ा है। अदाणी पावर का शेयर 27.91 पर्सेंट इस दौरान गिरा है। 

यूँ तो मुकेश अंबानी की छह कंपनियां भारत में लिस्टेड हैं, लेकिन उनकी ज्यादातर कमाई रिलायंस इंडस्ट्रीज से होती है। बीएसई पर सबसे ज्यादा मार्केट कैप 13.56 लाख करोड़ रुपए इसी का है। 31 दिसंबर, 2019 तक 9.59 लाख करोड़ रुपए यह था। उनकी पांच अन्य कंपनियों के शेयरों में भी अच्छी खासी बढ़त है। बीएसई के सेंसेक्स में मौजूदा साल में अब तक 11.5 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई है। 

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