कर्मचारियों को LIC दे सकती है शेयर, विदेशों में निवेशकों से हो रही है मुलाकात
मुंबई- LIC अपने IPO की जोर शोर से तैयारी कर रही है। इस समय इसके अधिकारी विदेशी दौरे पर निवेशकों से मिल रहे हैं। खबर है कि कंपनी IPO से पहले अपने कर्मचारियों को कुछ शेयर्स दे सकती है।
पॉलिसीधारकों के लिए IPO का 10% हिस्सा रिजर्व रखा गया है। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के पास 1.14 लाख कर्मचारी हैं। सभी कर्मचारियों को एक समान संख्या में शेयर मिलेगा। LIC के अधिकारी लगातार IPO के लिए विदेशी निवेशकों से फीडबैक ले रहे हैं। हाल में LIC के अधिकारी तीन बार विदेशी दौरे पर गए हैं। उन्होंने वहां पर विदेशी निवेशकों को IPO के मामले में जानकारी दी है।
LIC के IPO में सरकार कोई कोताही नहीं बरतनी चाहती है। इसलिए इस IPO को पार लगाने की पहले ही तैयारी हो रही है। हाल में पेंशन फंड के रेगुलेटर PFRDA ने भी पेंशन का पैसा IPO में लगाने की मंजूरी दी है। LIC IPO से पहले मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) की नियुक्ति भी करना चाहती है। इस संबंध में मंगलवार को LIC ने एक नोटिस जारी किया था। इसमें कांट्रैक्ट आधार पर CFO को नियुक्त करने की जानकारी दी गई थी। साथ ही इसके इच्छुक उम्मीदवारों से एप्लिकेशन मंगाया गया है।
दरअसल LIC के 12 लाख एजेंट हैं। साथ ही इसकी 32 करोड़ पॉलिसी हैं। ऐसे में LIC के पास करोड़ों निवेशक तो बहुत ही आसानी से मिल जाएंगे। हाल में 10 मर्चेंट बैंकर्स को चुना गया है। वे भी विदेशी निवेशकों के साथ-साथ घरेलू निवेशकों के साथ भी बात करेंगे। इन 10 मर्चेंट बैंकर्स को भी यह जिम्मेदारी दी गई है।
सरकार ने हाल ही में फैसला किया है सरकारी कंपनियों में जो सेबी का कम से कम पब्लिक होल्डिंग का नियम है, उसे खत्म कर दिया जाए। अभी तक सेबी के नियमों के मुताबिक, किसी भी लिस्टिंग कंपनी में कम से कम 25% हिस्सेदारी जनता के पास होनी चाहिए। 2010 तक यह नियम 10% का था, पर उसी साल इसे बढ़ाकर 25% कर दिया गया था। हालांकि यह हिस्सेदारी कंपनी के लिस्ट होने के 3 साल के भीतर करनी होती थी। लेकिन जैसे ही LIC IPO की तैयारी शुरू हुई, सरकार ने हाल में इस नियम को सरकारी कंपनियों के लिए बदल दिया।
नए नियम में यह कहा गया है कि इसे 5 साल में पूरा करना होगा, न कि तीन साल में। LIC में सरकार की कैपिटल महज 100 करोड़ रुपए है। हालांकि पिछले 50 सालों से यह केवल 5 करोड़ रुपए थी और 2012 में इसे बढ़ाकर 100 करोड़ रुपए किया गया। लिस्ट होने के बाद LIC का मार्केट कैप 10-12 लाख करोड़ रुपए होने की उम्मीद है। यह देश की सबसे बड़ी मार्केट कैप वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज को भी पीछे छोड़ सकती है। रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 16.15 लाख करोड़ रुपए है।