चालू वित्त वर्ष में लक्ष्य के पार 20 लाख करोड़ हो सकता है शुद्ध प्रत्यक्ष कर
मुंबई- शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह के चालू वित्त वर्ष में 19.45 लाख करोड़ रुपये के लक्ष्य को पार करने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक, अग्रिम कर भुगतान से शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह को बढ़ावा मिला है। एक अप्रैल,2023 से से 15 मार्च, 2024 तक कुल 18.95 लाख करोड़ का कर संग्रह मिला है। यह एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 14.05 फीसदी अधिक है।
चालू वित्त वर्ष में 9.10 लाख करोड़ रुपये का अग्रिम कर संग्रह मिला है। कॉरपोरेट ने अब तक 6.72 लाख करोड़ रुपये और व्यक्तिगत करदाताओं ने 2.37 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया है। इसकी अंतिम तारीख 15 मार्च थी। ऐसे में सरकार को उम्मीद है कि 31 मार्च को जो आंकड़े आएंगे, उनमें शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 20 लाख करोड़ रुपये के करीब हो सकता है।
बाजार के जानकारों के मुताबिक, अग्रिम कर संग्रह में वृद्धि इसका प्रमाण है कि कॉरपोरेट लाभ और व्यक्तिगत आय बढ़ रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण के दौरान प्रत्यक्ष कर संग्रह अनुमान को 18.20 लाख करोड़ रुपये के बजट अनुमान से बढ़ाकर चालू वित्त वर्ष के लिए 19.45 लाख करोड़ रुपये कर दिया था।
रिफंड से पहले सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 15 मार्च तक 22.25 लाख करोड़ रुपये था। यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 13.5% अधिक है। सकल कॉरपोरेट कर संग्रह 10.97 लाख करोड़ रुपये रहा। सालाना आधार पर 9.26% अधिक है। सिक्योरिटी ट्रांजेक्शन टैक्स (एसटीटी) सहित व्यक्तिगत आयकर 13.4% बढ़कर 10.80 लाख करोड़ रुपये रहा। सरकार ने 15 मार्च तक 3.33 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड रिफंड जारी किया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के 3.03 लाख करोड़ रुपये से 10% अधिक है।