लार्ज-मिड कैप में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल का जलवा, 23 फीसदी तक रिटर्न
मुंबई- इस समय शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव है। आंकड़े बताते हैं कि निवेशक इक्विटी म्यूचुअल फंड में ज्यादा निवेश कर रहे हैं। फरवरी में 15,600 करोड़ से ज्यादा का निवेश आया है। ऐसे में आगे अगर बेहतर निवेश की आप उम्मीद रखते हैं तो इक्विटी फंडों को चुन सकते हैं। लार्ज और मिड कैप इस समय एक अच्छा विकल्प है जिसमें आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने बेहतर रिटर्न दिया है।
लार्ज और मिडकैप फंड एक इक्विटी फंड है जिसमें फंड मैनेजर आपकी रकम का प्रत्येक में 35-35 फीसदी का निवेश करेगा। बाकी 30 फीसदी रकम को स्मॉल कैप सहित पूरे बाजार पूंजीकरण में निवेश किया जा सकता है। इस तरह के स्मॉल कैप में निवेश की प्रकृति काफी हद तक किसी रणनीति के अनुसार होती है। एक लार्ज और मिडकैप योजना जबरदस्त मेल पेश करती है। शेयर बाजार में सूचीबद्ध कंपनियां जो बाजार पूंजीकरण के लिहाज से शीर्ष 100 होती हैं, वे लार्ज कैप होती हैं। मिडकैप में 101 से 250 रैंक वाली कंपनियां हैं।
मजबूत प्रदर्शन का क्रेडिट इसके विवेकपूर्ण शेयरों के चयन, स्मॉल कैप के जोखिम और निवेश के लिए बेहतर फैसले को दिया जा सकता है। साथ ही उन कंपनियों को संभावित निवेश से हटा दिया जाता है, जिनकी बैलेंस शीट कमजोर हो या ऐसी कंपनियां जिनका कमजोर बिजनेस मॉडल हो। निवेश के इस नजरिये ने फंड को अलग-अलग समय सीमा में अच्छा निवेश अनुभव प्रदान करने में मदद की है। मिड और स्मॉल कैप के लिए स्टॉक चयन पद्धति को देखते हुए पोर्टफोलियो में उतार चढ़ाव की कम उम्मीद की जाती है।
यदि आप एक ऐसे निवेशक हैं जो मध्यम से लंबी अवधि के लिहाज से निवेशित रहने के इच्छुक हैं, तो आप एसआईपी के माध्यम से निवेश करने पर विचार कर सकते हैं। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लार्ज एंड मिडकैप फंड पिछले एक, दो और तीन साल की अवधि में न केवल बेंचमार्क को मात देने के मामले में, बल्कि अपने साथियों से बेहतर प्रदर्शन करने में भी लगातार शीर्ष पर रहा है। यह फंड लार्ज कैप में 58 फीसदी, मिड कैप में 38 फीसदी और स्मॉल कैप में 4 फीसदी का निवेश किया है। स्मॉल कैप में अधिकतम आवंटन 15 फीसदी है।
जब पोर्टफोलियो निर्माण की बात आती है, तो फंड जिस फ्रेमवर्क का अनुसरण करता है, वह उन कंपनियों में निवेश करने के लिए होता है, जिनसे कंपनियों की कमाई घरेलू और वैश्विक व्यापार चक्र पर निर्भर होने के कारण अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद होती है। पोर्टफोलियो में वर्तमान में वे शेयर और सेक्टर शामिल हैं जो आर्थिक सुधार से लाभान्वित हो सकते हैं। इसलिए, इसके पोर्टफोलियो में बैंक, फाइनेंस, ऑटो, फार्मा और आईटी के शेयरों को ज्यादा तवज्जो दी गई है।
ऐसे समय में जब विश्व के केंद्रीय बैंक के प्रोत्साहन रुख, जगह-जगह राजनीतिक तनाव, घरेलू और वैश्विक विकास में आशंकाओं के बादल मंडरा रहे हैं तो ऐसी अनिश्चितताओं के बीच बाजार डांवाडोल रह सकता है। इस सूरत में एक बड़े और मिडकैप फंड में निवेश करने से आपको सूचीबद्ध कंपनियों में टॉप 250 कंपनियों तक पहुंच प्राप्त होगी। लार्ज कैप नामों की मौजूदगी रक्षात्मक भूमिका निभाएगी, भले ही बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर चल रहा हो।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के फंड ने एक साल में 14.27 फीसदी, दो साल में 17.52 और तीन साल में 23.78 फीसदी का रिटर्न दिया है। जबकि एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने इसी अवधि में 14.76 फीसदी, 14.35 फीसदी और 23.93 फीसदी का फायदा दिया। कोटक फंड ने 14.13, 12.10 और 19.05 फीसदी का रिटर्न दिया है। देश के सबसे बड़े फंड हाउस एसबीआई ने 14.04 फीसदी, 15.70 फीसदी और 20.70 फीसदी का रिटर्न दिया है।
लार्ज कैप कंपनियां मजबूत बैलेंस शीट के साथ अच्छी तरह से स्थापित होती हैं। नतीजतन, जब भी बाजार में उतार-चढ़ाव होता है तो वे रक्षात्मक हो जाती हैं। दूसरी ओर मिडकैप अस्थिर होते हैं। उनमें तेजी से वृद्धि करने की अच्छी खासी क्षमता होती है और इसलिए वे बड़े रिटर्न देने की क्षमता रखती हैं।