अगस्त में शेयर बाजार के निवेशकों की संपत्ति में 10 लाख करोड़ रुपए का इजाफा, सोना इसी महीने में 4,000 रुपए प्रति दस ग्राम सस्ता
मुंबई– इस महीने में शेयर बाजार के निवेशकों की चांदी रही है। बाजार में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 146 करोड़ रुपए से बढ़कर 156 लाख करोड़ रुपए हो गया है। इसी दौरान सोने की कीमतें भी घट गई हैं। प्रति दस ग्राम यह 4,000 रुपए घट गई है। एनालिस्ट निवेशकों को सलाह दे रहे हैं कि वे अब शेयर बाजार में मुनाफा वसूली कर सकते हैं।
बीएसई के आंकड़ों के मुताबिक 3 अगस्त को लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 146.15 लाख करोड़ रुपए था। सोमवार को यह 156.55 लाख करोड़ रुपए हो गया। यानी 20 दिन में निवेशकों की संपत्ति में 10 लाख करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है। जिन कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन में ज्यादा वृद्धि दिखी है वे सभी लॉर्ज कैप हैं।
वैसे भारतीय शेयर बाजार अपने सर्वोच्च स्तर 42,200 से महज 8 प्रतिशत ही कम है। सोमवार को बीएसई सेंसेक्स में 364 अंक की वृद्धि हुई और यह 38,800 के करीब बंद हुआ। हालांकि दिन में यह इस स्तर को पार कर गया था। उधर एंजल ब्रोकिंग के एनालिस्ट समित चव्हाण कहते हैं कि बाजार ने इस समय काफी ऊंचा स्तर छू लिया है। निफ्टी 11,400 के ऊपर है। ऐसे में निवेशकों को अब मुनाफा वसूली करना चाहिए। यानी उन्हें जिन शेयरों में फायदा हुआ है, उसे बेचकर निकल जाना चाहिए। उनके मुताबिक हो सकता है कि बाजार में करेक्शन आ जाए। शेयर बाजार मार्च के स्तर से 48 प्रतिशत बढ़ चुका है।
मार्च से अब तक 55 लाख करोड़ बढ़ा मार्केट कैप
इसी तरह 23 मार्च के स्तर से देखें तो उसी आधार पर इसमें तेजी आई है। 23 मार्च को लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 101 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया था। अब यह 152 लाख करोड़ रुपए है। यानी महज साढ़े चार महीने में निवेशकों की संपत्ति में 51 लाख करोड़ रुपए की वृद्धि हुई है। इसमें भी 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
आंकडों में देखें तो लिस्टेड कंपनियों के ए ग्रुप का मार्केट कैप अपने पुराने स्तर पर पहुंच गया है। एक फरवरी को ए ग्रुप का मार्केट कैप 142.85 लाख करोड़ रुपए था। जो अब 142.90लाख करोड़ रुपए है। इसी अवधि में बी ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैप 9 लाख करोड़ रुपए रहा है। अगर कंपनियों की बात करें तो रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल), टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस, इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक और हिंदुस्तान यूनिलीवर ए ग्रुप में टॉप 10 कंपनियों में शामिल हैं। इनके शेयरों के साथ इनके मार्केट कैपिटलाइजेशन में भी अच्छी वृद्धि हुई है।
फार्मा सेक्टर ने 80 प्रतिशत का रिटर्न दिया
सेक्टर की बात करें तो फार्मा सबसे बेहतरीन सेक्टर रहा है। इस सेक्टर ने निवेशकों को 95 कारोबारी सत्रों में 80 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। यह सेक्टर इसलिए इतना अच्छा प्रदर्शन किया है क्योंकि कोरोना में इसी सेक्टर की सबसे ज्यादा मांग रही है। इस सेक्टर के कुछ शेयरों ने 5 गुना रिटर्न दिया तो कुछ ने दोगुना रिटर्न दिया है।
सितंबर तक सर्वोच्च स्तर को छू सकता है सेंसेक्स
विश्लेषकों का मानना है कि बाजार की तेजी पर कोविड का जो प्रभाव या असर था, वह अब धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। यही कारण है कि बाजार अब आगे जा रहा है। जैसे ही अगले कुछ समय में अनलॉक में ज्यादा ढील दी जाएगी, और अर्थव्यवस्था में कोई सुधार दिखेगा, सेंसेक्स अपना सर्वोच्च स्तर हासिल कर लेगा। यह उम्मीद है कि सितंबर तक सेंसेक्स 42,000 तक जा सकता है।
उधर दूसरी ओर सोने की कीमतें इस दौरान घटी हैं। अगस्त में सोने के भाव 4300 रुपए प्रति 10 ग्राम तक कम हुए हैं। इस महीने 7 अगस्त को सोना रिकॉर्ड 56,200 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर तक पहुंच गया था जो अब 51,865 रुपए पर आ गया है। लगातार चौथे दिन सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। इन चार दिनों में सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 1700 रुपए कम हुई है। सोने में गिरावट की एक बड़ी वजह दुनियाभर के देशों की अर्थव्यवस्था में रिकवरी होना है।