शीर्ष 8 शहरों में दिल्ली-एनसीआर में सबसे ज्यादा बढ़ी मकानों की कीमत
मुंबई- जुलाई-सितंबर के दौरान देश के शीर्ष 8 शहरों में मकानों की कीमत सबसे ज्यादा 14 फीसदी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर)-दिल्ली में बढ़ी हैं। इससे यहां औसत भाव 7,741 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गया है। क्रेडाई, कोलियर्स इंडिया और लियासेस फोरास की एक रिपोर्ट के अनुसार, इसी दौरान एक साल पहले की तुलना में शीर्ष 8 शहरों में घर की कीमतें 6 फीसदी बढ़ी हैं। भाव इसलिए बढ़े क्योंकि निर्माण सामग्री की कीमतों में तेजी आई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, एनसीआर में सबसे ज्यादा 21 फीसदी कीमत गोल्फ कोर्स इलाके में बढ़ी है। दूसरे स्थान पर गाजियाबाद है। कोलकाता में औसत कीमत सालाना आधार पर 12 फीसदी तेजी के साथ 6,594 रुपये वर्ग फुट पर पहुंच गई है। अहमदाबाद में 11 फीसदी बढ़त के साथ यह 6,077 रुपये और पुणे में 9 फीसदी वृद्धि के साथ 8,013 रुपये पर पहुंच गई है।
हैदराबाद में मकानों की औसत कीमत 9,266 रुपये प्रति वर्ग फुट है। यहां पर 8 फीसदी की तेजी आई है। बंगलुरू में 6 फीसदी की वृद्धि आई है और यहां कीमत 8,035 रुपये है। हालांकि, चेन्नई और मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में कीमतें स्थिर हैं। यहां 7,222 और 19,485 रुपये प्रति वर्ग फुट भाव है।
इस साल की शुरुआत से मांग बढ़ने की वजह से मकानों की कीमतों में तेजी आई है। क्रेडाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष हर्ष वर्धन पटोडिया ने कहा कि रियल एस्टेट बाजार में कीमतों के मामले में सुधार दिख रहा है। ग्राहकों का सेंटिमेंट लगातार मजबूत होता जा रहा है क्योंकि कोरोना की लहर अब ठप पड़ गई है। आगे आने वाले समय में बिना बिके हुए घरों की संख्या में अब गिरावट आने की उम्मीद है। हालांकि, वैश्विक महंगाई के रुझान और मांग के कारण मकानों की कीमतें ऊपर बनी रहेंगी।
उन्होंने कहा, आवासीय गतिविधियां लगातार मजबूत हैं। मंदी का असर वेतनभोगियों पर ज्यादा पड़ सकता है। इनकी हिस्सेदारी मकानों की खरीदी में शीर्ष शहरों में काफी कम है। मकानों की मांग पर लियासेस फोरास के प्रबंध निदेशक पंकज कपूर ने कहा कि इस कैलेंडर वर्ष की तीन तिमाहियों की कुल बिक्री एक साल पहले की अवधि की तुलना में 16 फीसदी अधिक रही है। ब्याज दरों में वृद्धि और कीमतों में वृद्धि के बावजूद बिक्री मजबूत रहने की संभावना है। वर्ष 2022 में आवासीय बाजार में अब तक की सबसे अधिक बिक्री होने की उम्मीद है।