खाने के तेल का असर, गोलगप्पे से लेकर छोले तक महंगे हुए
मुंबई- खाने के तेल और डीजल-पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी से महंगाई आसमान छू रही है। महंगाई ने जायका भी बिगाड़ दिया है। छोले-कुलचे 5 रुपये महंगा हो गया है। कई जगह पर अब चाय भी दो रुपये महंगी हो गई है। टिक्की और गोलगप्पे के रेट भी बढ़ गए यानी महंगाई की मार स्ट्रीट फूड पर भी साफ दिखाई दे रही है।
विक्रेताओं का कहना है कि पहले 35 रुपये में तीन कुलचे और छोले बेचते थे। पेट्रोल-डीजल और खाद्य तेलों के दाम में तेजी के चलते अब हर चीज महंगी मिलने लगी है। अब वह छोले-कुलचे 40 रुपये में बेचते हैं।
चाय दो रुपये महंगी हो गई है। पहले 10 रुपये की चाय मिलती थी जो अब 12 रुपये हो गई। कारण यह है कि दूध के रेट में बढ़ोतरी, आने-जाने के लिए किराये में बढ़ोतरी और चायपत्ती के महंगा होने से उन्हें भी चाय का रेट बढ़ाना पड़ा।
पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी के चलते पिछले कुछ दिनों में सभी सामान का दाम बढ़ गया है। सामानों को लाने में जो किराया महंगा हुआ है, उससे ही सभी चीजों के दाम प्रभावित हुए हैं। कुछ समय पहले तक वह दही-भल्ला 40 रुपये में एक प्लेट मिलता था लेकिन अब 50 रुपये का एक प्लेट कर दिया है। गोलगप्पा 20 रुपये का चार था, लेकिन अब 25 रुपये का चार कर दिया है।