दिवालिया और घाटा देने वाली कंपनी में 18 रुपए का शेयर 4 महीने में बन गया 1186 रुपए

मुंबई– इसे कहते हैं शेयर बाजार में जोखिम। जिसने जोखिम उठाया होता उसका 18 रुपए का निवेश आज 1186 रुपए हो जाता। दिवालिया हो चुकी कंपनी आर्किड फार्मा का शेयर कुछ इसी अंदाज में बढ़ा है। नवंबर 2020 से लेकर अब तक के चार महीनों में यह बढ़त हुई है।  

4 महीनों में इस शेयर में 65 गुना यानी 6500 पर्सेंट की बढ़त हुई है। दिवालिया घोषित होने के बाद इस कंपनी को को NCLT के रेजोल्यूशन प्लान के तहत Dhanuka Lab ने खरीदा था और 3 नवंबर, 2020 को दोबारा इसे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट कराया था। तब से लेकर अब तक कभी कंपनी के स्टॉक्स में गिरावट नहीं आई है। खास बात यह है कि अपनी रीलिस्टिंग के दिन से अब तक कंपनी के स्टॉक्स में हर रोज अपर सर्किट लगा है। आज भी कंपनी के स्टॉक्स में 5% अपर सर्किट लगा है।

3 नवंबर, 2020 को जब दोबारा कंपनी के स्टॉक्स की रीलिस्टिंग हुई तो उस समय कंपनी के स्टॉक्स की कीमत केवल 18 रुपए थी। लेकिन आज कंपनी के एक शेयर की कीमत 1186 रुपये पर पहुंच गई है। आपको बता दें कि मार्च, 2020 में कंपनी का रेवेन्यू 505.45 करोड़ रुपये था और कंपनी को 149.84 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था। वहीं, इस वित्त वर्ष की दिसंबर तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 102.63 करोड़ रुपए रहा और इसे 45.33 करोड़ का घाटा हुआ।  

इस कंपनी में धानुका लैब की हिस्सेदारी 98.04% है। रिटेल इंवेस्टर्स के पास कंपनी के सिर्फ 0.5% शेयर हैं। कंपनी के स्टॉक्स की इसी शॉर्टेज की वजह से इसकी कीमतों में इतनी तेज उछाल आई है। इससे पहले पतंजलि की कंपनी रुचि सोया और रिलायंस द्वारा दिवालिया हो चुकी कंपनी आलोक इंडस्ट्रीज के साथ भी यही हुआ था। रुचि सोया जब लिस्ट हुई थी तो फरवरी, 2020 में इसकी कीमत केवल 21.55 रुपए थी जो 26 जून को 1,519.55 रुपये पर पहुंच गई। इसी तरह आलोक इंडस्ट्रीज के स्टॉक्स की कीमत 27 मार्च, 2020 को केवल 4.35 रुपये थी जो 3 जुलाई को 53 रुपये तक पहुंच गई।  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *