पिट गया एलआईसी शेयर, 867 रुपये पर लिस्ट, मार्केट कैप 5.48 लाख करोड़
मुंबई। आखिरकार वही हुआ, जिसका अनुमान था। देश का सबसे बड़ा आईपीओ पेटीएम की राह पर आ गया है। लिस्टिंग के समय ही यह करीबन 9 पर्सेंट टूटकर लिस्ट हुआ। 867 रुपये पर यह लिस्ट हुआ और यही सुबह इसका उच्चतम और न्यूनतम भाव था। इसका मार्केट कैप भी 5.48 लाख करोड़ रुपये रहा।
बाजार पूंजीकरण के लिहाज से यह रिलायंस, टीसीएस, एचडीएफसी बैंक और इंफोसिस के बाद पांचवीं सबसे बड़ी कंपनी बनी। लिस्ट होते ही पॉलिसीधारकों और खुदरा निवेशकों ने इसके जमकर शेयर बेचे। हालात यह है कि पॉलिसीधारक और खुदरा निवेशकों को डिस्काउंट के बाद भी इसमें फायदा नहीं हुआ।
इस मौके पर निवेश और सार्वजनिक संपत्तिप्रबंधन विभाग के सचिव तुहिन कांत पांडे ने कहा कि एलआईसी आईपीओ की शेयर बाजार में लिस्टिंग एक महत्वपूर्ण क्षण है। एलआईसी का आईपीओ पीएम के विजन के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि भारत सबसे महत्वपूर्ण उभरते बाजारों में से एक है और यह इस दशक में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक होगा।
ग्रे मार्केट में LIC IPO का प्रीमियम (GMP) लिस्टिंग से पहले और गिर गया है, जिससे डिस्काउंट पर लिस्टिंग के संकेत मिल रहे हैं। लिस्टिंग से एक दिन पहले सोमवार को LIC IPO का GMP शून्य से 25 रुपए तक नीचे गिर चुका है। टॉप शेयर ब्रोकर के आंकड़ों के अनुसार, अभी LIC IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम शून्य से 15 रुपए नीचे है।
LIC के IPO को निवेशकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। हालांकि, अट्रैक्टिव वैल्यूएशन के बावजूद ये विदेशी और संस्थागत निवेशकों को लुभाने में विफल रहा है। रिटेल और अन्य निवेशकों के लिए 4 मई को खुले इस IPO के सब्सक्रिप्शन का 9 मई को आखिरी दिन था। इश्यू 2.95 गुना सब्सक्राइब हुआ है। 16.2 करोड़ शेयरों के मुकाबले 47.77 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं।