लोन का गारंटर बनने से पहले जान लें, आपका रिकॉर्ड हो सकता है खराब
मुंबई– कोरोना काल में कई लोगों की नौकरी चली गई है तो कईयों की इनकम पर असर पड़ा है। इसी के चलते कई लोगों को अपना लोन चुकाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अगर कोई कर्जदार लोन की किस्तें नहीं चुका पा रहा है तो लोन का डिफॉल्ट होने पर न केवल लोन लेने वाले व्यक्ति बल्कि गारंटर को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोन न चुकाने पर गारंटर का क्रेडिट स्कोर तो खराब होता ही है बल्कि गारंटर को ये लोन तक चुकाना पड़ सकता है।
नियमों के मुताबिक किसी लोन की गारंटी देने वाला व्यक्ति भी लोन लेने वाले व्यक्ति के बराबर कर्जदार होता है। डिफॉल्ट की स्थिति में बैंक पहले कर्जदार को नोटिस भेजता है और उसका जवाब नहीं आने पर कर्जदार के साथ ही गारंटर को भी नोटिस भेजा जाता है। बैंक जितना हो सकेगा कर्जदार से ही वसूली की कोशिश करेगा, लेकिन असफल रहने पर गारंटर को भी डिफॉल्ट के लिए जिम्मेदार माना जाएगा।
बड़ी राशि के लोन के लिए गारंटर का होना जरूरी है। जिस लोन पर आप गारंटी दे रहे हैं, उसमें कोई रिस्क तो नहीं है। सिबिल केवल कर्जदारों की सूचनाएं ही नहीं जुटाता है बल्कि गारंटी देने वालों का रिकॉर्ड भी रखता है। जिस लोन की आपने गारंटी दी है उसे आपके द्वारा लिया गया माना जाएगा। ऐसे में कर्जदार द्वारा लोन न चुकाने पर आपको क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है।
जिस राशि के लिए आप गारंटी देंगे वह आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में बकाए के रूप में दिखाई देगी। इससे आपकी लोन लेने की क्षमता पर भी असर पड़ता है। ऐसे में अगर आप भविष्य में घर, कार या पर्सनल लोन लेने का फैसला लेते हैं और आप अपने जिस मित्र या रिश्तेदार के लोन की गारंटी ली है और वो समय पर लोन नहीं चुका रहा है तो आपके लिए मुश्किल बढ़ सकती है।
किसी के लोन एप्लीकेशन का गारंटर बनते समय इस बात का पूरा ध्यान रखें की उस व्यक्ति को आप अच्छे से जानते हों। उसकी स्थिति का ठीक से पता करें। हो सके तो ये भी पता कर लें कि वह व्यक्ति पहले कभी डिफॉल्टर तो नहीं रहा। गारंटर को कर्ज लेने वाले से पर्याप्त लोन इंश्योरेंस कवर खरीदने पर जोर देना चाहिए। इससे कुछ अनहोनी होने पर लोन को अदा करने की जिम्मेदारी गारंटर पर नहीं आएगी।
अगर आप किसी के गारंटर हैं और अब हटाना चाहते हैं तो इसके कई कारण हो सकते हैं। जैसे आप खुद लोन लेना चाहते हैं। हालांकि, बैंक इसकी अनुमति तब तक नहीं देते हैं जब तक कर्ज लेने वाला व्यक्ति कोई और गारंटर नहीं तलाश लेता है। यहां तक कोई दूसरा गारंटर ढूंढ लेने के बावजूद यह बैंक पर निर्भर करता है कि वह इसकी अनुमति देता है कि नहीं।
अगर कर्ज लेने वाला व्यक्ति नियमित रूप से इसका भुगतान नहीं कर रहा है और बैंक आपको कर्ज चुकाने के लिए कह रहा है तो कर्ज लेने वाले से बात करके आप लीन चुका सकते हैं। ऐसा करने पर गारंटर कर्ज लेने वाले से बाद में पैसा वसूल सकता है।