पेट्रोल और डीजल फिर महंगे हुए, डीजल की कीमत भी 100 के पार हुई
मुंबई-16 जून को पेट्रोल-डीजल फिर महंगे हुए है। आज इस महीने में 9वीं बार इनकी कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। इस बढ़ोतरी के साथ देश में पेट्रोल 108 रुपए लीटर और डीजल 101 रुपए लीटर पर पहुंच गया है। दिल्ली की बात करें तो यहां पेट्रोल 25 पैसे महंगा होकर 96.66 और डीजल 13 पैसे महंगा होकर 87.41 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है। इस महीने अब तक पेट्रोल 2 रुपए 43 पैसे और डीजल 2 रुपए 26 पैसे महंगा हो चुका है।
देश के 6 राज्यों में पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया है। मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान के सभी जिलों में पेट्रोल 100 रुपए पर पहुंचा गया है। वहीं बिहार, तेलंगाना, कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर, मणिपुर, उड़ीसा और लद्दाख में भी कई जगहों पर पेट्रोल 100 रुपए लीटर के पार निकल गया है।
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और मैन्युफैक्चरिंग लागत बढ़ने से थोक महंगाई दर रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गई है। कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री के मुताबिक थोक महंगाई दर मई में 12.94% पर पहुंच गई है। यह मई 2020 में -3.37% रही थी। होल सेल प्राइस इंडेक्स (WPI) आधारित महंगाई दर लगातार 5वें महीने मई में चढ़ी है। इससे पहले अप्रैल में भी दर 10.49% पर रही थी। सरकार की ओर से जारी थोक महंगाई में कहा गया कि क्रूड पेट्रोलियम, मिनरल ऑयल के चलते महंगाई बढ़ी है। क्योंकि इससे पेट्रोल, डीजल, नेप्था और मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स महंगे हुए।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था लगभग खुल चुकी है। इसके साथ ही यूरोपीय देशों में भी जीवन सामान्य हो रहा है। इससे पेट्रोलियम पदार्थों की मांग बढ़ रही है। यही वजह है कि इन दिनों कच्चे तेल की कीमतें चढ़ ही रही हैं। अमेरिकी बाजार में ब्रेंट क्रूड 74 डॉलर प्रति बैरल के पार निकल गया है।
सरकार कीमतों में लगातार बढ़ोतरी को काबू करने के लिए जल्द ही बड़ा फैसला ले सकती है। पेट्रोल-डीजल की कीमतें स्थिर या घटाने को लेकर पार्लियामेंट्री स्टैंडिंग कमेटी 17 जून को बैठक करने जा रही है। कमेटी की इस मीटिंग में सरकारी तेल कंपनियों इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के सीनियर अधिकारी भी शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक इस मीटिंग में तेल की बढ़ती कीमतों की वजह, उसका हल निकालने पर चर्चा की जाएगी।
लॉकडाउन में पेट्रोल-डीजल की खपत में गिरावट आने के बावजूद केंद्र सरकार की इनसे होने वाली कमाई बढ़ी है। केंद्र सरकार ने पिछले साल मई में एक्साइज ड्यूटी 10 रुपए बढ़ाई थी। उस वक्त केंद्र ने एक लीटर पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 22.98 रुपए से 32.98 रुपए और डीजल पर 18.83 रुपए से 31.83 रुपए बढ़ा दी थी।