जानें सोने पर कैसे लिया जाता है लोन, क्या है ब्याज

मुंबई– पैसों की जरूरत पड़ने पर आप गोल्ड लोन ले सकते हैं। इसमें आपको आसानी से और कम ब्याज दर पर कर्ज मिलता है। बैंक 7% की ब्याज दर पर गोल्ड लोन ऑफर कर रहे हैं। लेकिन गोल्ड लोन लेते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। हम आपको ऐसी ही 6 बातों के बारे में बता रहे हैं जो आपको गोल्ड लोन लेने से पहले पता होनी चाहिए। 

आम तौर पर आपको लोल चुकाने के लिए 3 से 2 साल तक का समय मिलता है। लेकिन यह बैंक और एनबीएफसी पर निर्भर करता है। जैसे HDFC बैंक 3 महीने से दो साल तक के लिए कर्ज देता है। SBI तीन साल तक के लिए देता है। मुथूट और मनापुरम ज्यादा समय तक के लिए कर्ज देते हैं। 

ज्यादा से ज्यादा आपको एक लाख के सोने पर 90 हजार रुपए का लोन मिलेगा। गुरुवार को आरबीआई ने इसे बढ़ाकर 90 हजार किया है। इससे पहले यह 75 हजार था। कम से कम आपको 10 हजार रुपए का लोन मिल सकता है। SBI 20 लाख रुपए तक का लोन देता है। मुथूट फाइनेंस जैसी कंपनियां 1500 रुपए भी लोन देती हैं। चूंकि यह कंपनियां केवल गोल्ड लोन ही देती हैं इसलिए यहां अधिकतम की कोई सीमा नहीं है। 

आप बहुत ज्यादा कर्ज लेते हैं तो आपको पैन कार्ड, आधार आदि देना होगा। इसके अलावा पते का भी प्रूफ देना होगा। आपने जहां से सोना खरीदा है, उसका भी बिल देना पड़ सकता है। गोल्ड लोन एक तरह का सिक्योर्ड लोन होता है। इसीलिए इसमें आपका क्रेडिट स्कोर मायने नहीं रखता है। ये लोन आपको पर्सनल लोन की तुलना में आसानी से और कम ब्याज पर मिलता है। 

बैंक या NBFC आपको लोन की रकम और ब्याज का भुगतान (रीपेमेंट) करने के लिए कई ऑप्शन देते हैं, आप इनमें से अपनी जरूरत के हिसाब से किसी को भी चुन सकते हैं। आप समान मासिक किस्तों (EMI) में भुगतान कर सकते हैं। इसके अलावा आप एकमुश्त मूल भुगतान के दौरान ब्याज भर सकते हैं। इसे बुलेट रीपेमेंट कहते हैं, और इसमें बैंक मासिक आधार पर ब्याज लेते हैं। 

यदि आप समय पर लोन नहीं चुका पाते हैं, तो कर्ज देने वाली कंपनी को आपके सोने को बेचने का अधिकार है। इसके अलावा अगर सोने की कीमत गिरती है, तो कर्जदाता आपसे अतिरिक्त सोना गिरवी रखने के लिए भी कह सकता है। गोल्ड लोन लेना तभी सही है जब आपको कुछ समय के लिए पैसों की जरूरत हो। घर खरीदने जैसे बड़े खर्च के लिए उनका इस्तेमाल न करना सही नहीं होगा। 

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