5G के समय को लेकर अंबानी और मित्तल की राय में अंतर
मुंबई– रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और भारती एंटरप्राइजेज के चेयरमैन सुनील मित्तल ने भारत में 5G टाइमलाइन पर अपने अलग-अलग विचार प्रस्तुत किया। अंबानी ने जहां अगली पीढ़ी की टेक्नोलॉजी को तेजी से ट्रैक करने के लिए तत्काल नीतिगत उपायों का समर्थन किया, वहीं मित्तल ने अगले दो से तीन सालों में इसे धीरे-धीरे अपनाने का आह्वान किया।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस में अंबानी ने कहा कि जियो “स्वदेशी रूप से विकसित नेटवर्क, हार्डवेयर और टेक्नोलॉजी की बदौलत 2021 की दूसरी छमाही में भारत में 5 जी क्रांति का लीडर होगा। उन्होंने कहा कि भारत आज दुनिया के सर्वश्रेष्ठ डिजिटल रूप से जुड़े राष्ट्रों में से एक है। इस बढ़त को बनाए रखने के लिए 5G के शुरुआती रोलआउट में तेजी लाने और इसे हर जगह सस्ते दाम पर उपलब्ध कराने के लिए नीतिगत कदमों को उठाने की जरूरत है।
मित्तल ने 5G को आगामी टेक्नोलॉजी बताया। उन्होंने कहा कि इसे अगले 2-3 वर्षों में मोबाइल ब्रॉडबैंड में एक आदर्श जगह बनानी शुरू कर देना चाहिए। क्योंकि दुनिया अब बहुत जल्दी ही 5G पर पूरी तरह से आधारित होने वाली है। क्योंकि इसके डिवाइस के दाम हमेशा के लिए कम हो जाएंगे। इससे संबंधित डिवाइसेज भी उपलब्ध होने लगे हैं। इसी कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टेलीकॉम उद्योग से कहा कि वे भारत में 5जी सेवाओं को समय पर लागू करने के लिए एक साथ काम करें ताकि भविष्य में तेजी से आगे बढ़ा जा सके और लाखों भारतीयों को मजबूत बनाया जा सके।
रिलायंस की टेलीकॉम यूनिट और भारत में एकमात्र मुनाफा कमाने वाली टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो ने दावा किया है कि वह अपना 5जी टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम डेवलप कर रही है। भविष्य में वह ग्लोबल फर्म्स के लिए वेंडर बन सकती है। इसने हाल ही में एक ऑपरेटिंग सिस्टम विकसित करने के लिए गूगल के साथ करार किया है। इससे सस्ते 4जी और यहां तक कि 5जी स्मार्टफोन्स की लॉन्चिंग होगी। 5 जी को लेकर दुनिया भर में तेजी से काम हो रहा है। भारत में अभी इसे लांच करने की कोई सीमा तय नहीं है। माना जा रहा है कि जियो पहले इसे लांच कर सकती है। उसने अमेरिका में इसका ट्रायल लांच किया है। जियो इसके जरिए पूरी दुनिया में 5 जी सेवा देना चाहती है। जियो देश में 40 करोड़ ग्राहकों के साथ पहले नंबर पर है।