फॉर्च्यून ग्लोबल-500 लिस्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज दो अंक फिसलकर 88वें पर पहुंची
मुंबई- देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज इस साल फॉर्च्यून ग्लोबल-500 लिस्ट में फिसलकर 88वें नंबर पर आ गई है। पिछले साल यह 86वें स्थान पर थी। मार्च, 2024 में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये का मूल्य 83.35 से घटकर मार्च 2025 में 85.45 हो जाने से रिलायंस के राजस्व पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
हालांकि, कंपनी ने चार वर्षों में 67 स्थानों की बढ़त हासिल की है। 2021 में 155वें स्थान पर थी। इस सूची में 9 भारतीय कंपनियों को जगह मिली है। रिलायंस सर्वोच्च रैंकिंग हासिल करने वाली भारतीय कंपनी है। सूची में देश की चार सरकारी और पांच निजी क्षेत्र की कंपनियां शामिल हैं। एलआईसी 95वें, इंडियन ऑयल 11 स्थान खिसककर 127वें और एसबीआई 15 स्थान चढ़कर 163वें स्थान पर है। ओएनजीसी 181वें, एचडीएफसी बैंक 48 स्थान ऊपर चढ़कर 258वें, टाटा मोटर्स 283वें, बीपीसीएल 285वें और आईसीआईसीआई बैंक 464वें नंबर पर है। गया।
इस सूची में पहले स्थान पर अमेरिका की वॉलमार्ट है। अमेजन दूसरे पर है। शीर्ष 10 में तीन चीनी कंपनियां हैं। सरकारी कंपनी स्टेट ग्रिड तीसरे स्थान पर, चाइना नेशनल पेट्रोल पांचवें स्थान पर व सिनोपेक ग्रुप छठे स्थान पर है। सऊदी अरामको चौथे और एपल 8वें स्थान पर है। फॉर्च्यून ग्लोबल-500 में राजस्व के आधार पर कंपनियों की रैंकिंग की जाती है। टाटा मोटर्स और बीपीसीएल भी इस बार खिसक गए हैं।