चार महीने में सेंसेक्स ने दिया 15 फीसदी रिटर्न, 76 लाख करोड़ बढ़ी पूंजी
मुंबई- घरेलू शेयर बाजार में अक्तूबर से चल रही गिरावट अब पूरी तरह से उबर चुकी है। बाजार अपने रिकॉर्ड स्तर से दो फीसदी से भी कम दूर है। पिछले चार महीने में ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई सेंसेक्स ने 15 फीसदी का रिटर्न दिया है। इस दौरान निवेशकों की पूंजी 76 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई है।
स्टॉक एक्सचेंजों के आंकड़ों के मुताबिक, सेंसेक्स पिछले साल सितंबर में 85,836 के शीर्ष स्तर पर था, अब इसके करीब है। इस साल फरवरी तक बाजार में भारी गिरावट रही थी और सेंसेक्स गिरकर 73,000 से नीचे चला गया था। लेकिन मार्च की शुरुआत से इसमें तेजी आनी शुरू हो गई। 2 मार्च को सेंसेक्स 73,085 पर था। 27 जून को यह बढ़कर 84,058 पर पहुंच गया। यानी 15 फीसदी का रिटर्न दिया है।
इसी दौरान देखें तो बाजार पूंजी 2 मार्च को 384 लाख करोड़ रुपये थी जो अब 460 लाख करोड़ रुपये हो गई है। यानी निवेशकों की पूंजी 76 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई है। एक जनवरी से अब तक सेंसेक्स ने हालांकि, केवल 7 फीसदी का रिटर्न दिया है, और पूंजी 36 लाख करोड़ रुपये बढ़ी है। विश्लेषकों का कहना है कि फरवरी के बाद से बाजार में तेजी इसलिए आई, क्योंकि विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में वापसी कर ली।
विदेशी निवेशकों ने जनवरी में शेयर बाजार से जहां 78,027 करोड़ रुपये निकाले, वहीं फरवरी में 34,574 करोड़ रुपये निकाले थे। पर उसके बाद यह रफ्तार धीमी हो गई। मार्च में जरूर 3,973 करोड़ रुपये निकाले, लेकिन अप्रैल में 4,223 करोड़ रुपये, मई में 19,860 करोड़ रुपये और जून में 8,915 करोड़ रुपये का अच्छा खासा निवेश किया। यही कारण है कि घरेलू बाजार फिर से रिकॉर्ड ऊंचाई के करीब पहुंच गए।
जून में कुल 17,688 करोड़ रुपये के आईपीओ आए। बाजार की तेजी का असर है कि निवेशकों ने इसमें 1.8 लाख करोड़ रुपये लगा दिए। इसमें से पिछले 5 दिन में ही पांच आईपीओ ने 90 फीसदी रकम जुटाई। इनमें एचडीबी फाइनेंशियल, कल्पतरू, एलनबैरी, संभव स्टील और ग्लोब सिविल रहे। जुलाई में करीब 16,000 करोड़ के आईपीओ की मंजूरी खत्म हो जाएगी। ऐसे में जुलाई आईपीओ के लिए एक और हिट महीना साबित होगा।
एचडीबी का 12,500 करोड़ का इश्यू चार साल में सबसे हिट रहा है। यह 13 करोड़ शेयरों को बेचने के लिए इश्यू लाया था। इसे 200 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। एचडीबी शेयरों की 15 गुना से अधिक मांग रही। इससे पहले इटरनल यानी जोमैटो के 10,400 करोड़ के आईपीओ को 29 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। टाटा कैपिटल और एलजी भी बड़े आईपीओ होंगे जो इसी साल आएंगे। दोनों मिलकर 30,000 करोड़ जुटा सकते हैं।