विप्रो के पूर्व सीईओ शेयर बेच कमाए 34 करोड़, पिछले माह दिया था इस्तीफा
मुंबई- विप्रो लिमिटेड के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकार (CEO) थिएरी डेलापोर्टे (Thierry Delaporte) ने पिछले महीने 34.5 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं। इसके चलते 6 अप्रैल को कंपनी से इस्तीफा देने के बाद से उनकी कमाई 70.63 करोड़ रुपये हो गई है।
डेलापोर्ट ने शेयर बिक्री से जो रकम हासिल की है। वह विप्रो द्वारा अपने किसी भी निवर्तमान अधिकारी को दिए गए अपनी तरह के पहले 36.13 करोड़ रुपये के नकद भुगतान के अतिरिक्त है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि विप्रो ने अपने कर्मचारी स्टॉक विकल्प योजना (ESOP) या ईएसओपी के तहत डेलापोर्ट को दिए गए शेयरों या उनके स्वामित्व वाले विप्रो के कुल शेयरों के त्वरित निहित होने की अनुमति दी है या नहीं।
पिछले महीने श्रीनिवास पल्लिया को डेलापोर्ट की जगह सीईओ बनाया गया था। लेकिन वह सिर्फ 31 मई तक विप्रो के साथ बने रहेंगे। जहां पल्लिया को अपने पहले वर्ष में 7 मिलियन डॉलर तक की सैलरी मिलेगी। वहीं जब डेलापोर्ट जब पद पर थे तो उनकी सालाना सैलरी 10.1 मिलियन डॉलर थी। वहीं साल 2023-24 के लिए डेलापोर्टे की सैलरी का पता तब पता चलेगा जब विप्रो अपनी वार्षिक रिपोर्ट प्रकाशित करेगी।
डेलापोर्ट ने अपने इस्तीफे के बाद सबसे पहले 26 अप्रैल को 21.4 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे। इसके बाद 8 मई को 13.1 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। अब तक 14 मिलियन डॉलर के शेयर बेचे गए हैं। साल 2023-24 में विप्रो का राजस्व 3.8% घटकर 10.8 बिलियन डॉलर हो गया, जबकि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड का राजस्व 4.12% बढ़कर 29 बिलियन डॉलर और इंफोसिस लिमिटेड का 1.9% बढ़कर 18.56 बिलियन डॉलर हो गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, 6 जुलाई 2020 से 6 अप्रैल 2024 के बीच डेलापोर्ट के करीब चार साल के कार्यकाल के दौरान, उन्होंने ₹83.7 करोड़ मूल्य के विप्रो शेयर बेचे हैं, जिससे उनकी कुल शेयर बिक्री ₹118.2 करोड़ या करीब 14 मिलियन डॉलर हो गई है।
इससे पहले नीमचवाला, जिन्होंने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करने से पहले साल 2020 की गर्मियों में इस्तीफा दे दिया था, उन्होंने मार्च 2020 को समाप्त वर्ष के लिए 4.4 मिलियन डॉलर कमाए थे। उनके पारिश्रमिक में उनका वेतन, परिवर्तनीय वेतन और अनवेस्टेड शेयर विकल्पों के शामिल होने की लागत शामिल थी। नीमचवाला, जो डलास, टेक्सास में रहते थे, उनके पास इस्तीफा देने के समय 960,000 अनवेस्टेड अमेरिकन डिपोजिटरी शेयर थे। डेलापोर्ट के अलावा, कम से कम दो अन्य अधिकारी जो उनकी देखरेख में विप्रो में शामिल हुए थे और जो अब कंपनी के साथ नहीं हैं, उन्होंने भी ईएसओपी से अच्छी खासी रकम कमाई।