एपल भारत में बनाएगी 1.50 लाख घर, कर्मचारियों को रहने के लिए मिलेगा
मुंबई- पिछले दो से तीन साल के दौरान देशभर में 150,000 लोगों को नौकरी देने के बाद एप्पल (Apple) भारत में चीन और वियतनाम जैसा इंडस्ट्रियल हाउसिंग मॉडल अपनाने की योजना बना रहा है। इस मॉडल के मुताबिक, फैक्टरी में काम करने वाले कर्मचारियों को कंपनी हाउसिंग सुविधाएं प्रदान करेगी।
फॉक्सकॉन, टाटा और सैलकॉम्प समेत एप्पल के दूसरे कॉन्ट्रैक्ट मेन्युफेक्चर्स और सप्लायर्स अपने कर्मचारियों के लिए घर बनाने की योजना बना रहे हैं। इन घरों को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत बनाया जाएगा। योजना के तहत 78,000 से अधिक यूनिट का निर्माण किया जाएगा। इसमें से सबसे अधिक लगभग 58,000 यूनिट तमिलनाडु में तैयार की जाएंगी।
ज्यादातर हाउसिंग यूनिट तमिलनाडु राज्य उद्योग संवर्धन निगम (SIPCOT) द्वारा बनाई जा रही हैं। टाटा समूह (Tata Group) और एसपीआर इंडिया भी घर बना रहे हैं। योजना के हिस्से के रूप में केंद्र सरकार 10-15 प्रतिशत धनराशि प्रदान करेगी जबकि शेष फंड राज्य सरकारों और कारोबारियों से आएगा। अधिकारियों ने कहा कि निर्माण और निजी क्षेत्र को सौंपने का काम 31 मार्च, 2025 तक पूरा हो जाएगा।
एक अधिकारी ने कहा, “बड़े पैमाने पर कर्मचारी हाउसिंग का उद्देश्य एफिशिएंसी (Efficiency) में सुधार करना और मुख्य रूप से माइग्रेंट महिला कर्मचारियों को सुरक्षा प्रदान करना है। इसमें से ज्यादातर कर्मचारी 19-24 वर्ष के आयु वर्ग में हैं।”
अधिकारियों ने कहा कि एक ही स्थान पर कर्मचारियों के लिए इतनी बड़ी आवास परियोजना, खासकर महिला कर्मचारियों के लिए भारत में पहली बार है। उन्होंने बताया कि ज्यादातर कर्मचारी किराए के स्थानों पर रहते हैं और फैक्ट्री तक पहुंचने के लिए बसों में घंटों यात्रा करते हैं। कई कर्मचारी महिलाएं भी है जिससे सुरक्षा संबंधी समस्याएं भी पैदा होती हैं।
भारत में Apple का सबसे बड़ा iPhone सप्लायर फॉक्सकॉन (Foxconn) इनमें से लगभग 35,000 यूनिट का इस्तेमाल करेगा। फॉक्सकॉन में वर्तमान में 41,000 कर्मचारी काम करते हैं, जिनमें से 75 फीसदी महिलाएं हैं। इसका ऑफिस तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में स्थित है। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स (Tata Electronics) अपनी होसुर फैक्टरी में अपने कर्मचारियों के लिए 11,500 यूनिट का निर्माण कर रही है।