शुद्ध प्रत्यक्ष टैक्स कलेक्शन 19.4 पर्सेंट बढ़कर 14.70 लाख करोड़ रुपये के पार
मुंबई- सरकार का शुद्ध प्रत्यक्ष टैक्स कलेक्शन चालू वित्त वर्ष-24 में अब तक 19.41% (YoY) बढ़कर 14.70 लाख करोड़ रुपए रहा। यह पूरे साल के टारगेट का लगभग 81% है।
सरकार ने डायरेक्ट टैक्स (पर्सनल इनकम टैक्स और कॉर्पोरेट टैक्स) से 18.23 लाख करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा है, जो पिछले वित्त वर्ष में जुटाए गए 16.61 लाख करोड़ रुपए से 9.75% ज्यादा है।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस (CBDT) ने कहा, ‘टैक्स रिफंड के बाद नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 14.70 लाख करोड़ रुपए रहा है, जो पिछले साल की इसी अवधि के नेट कलेक्शन से 19.41% ज्यादा है। यह कलेक्शन वित्त वर्ष 2023-24 के लिए डायरेक्ट टैक्स के टोटल बजट अनुमान का 80.61% है।’
1 अप्रैल 2023 से 10 जनवरी 2024 के दौरान 2.48 लाख करोड़ रुपए का रिफंड जारी किया गया है। ग्रॉस बेसिस पर 10 जनवरी 2024 तक डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में लगातार ग्रोथ दर्ज की गई है। ग्रॉस कलेक्शन 17.18 लाख करोड़ रुपए है, जो पिछले साल की इसी अवधि के ग्रॉस कलेक्शन से 16.77% ज्यादा है।
कॉर्पोरेट इनकम टैक्स (CIT) में ग्रोथ रेट 8.32% और पर्सनल इनकम टैक्स (PIT) में 26.11% रही है। रिफंड के एडजस्टमेंट के बाद CIT कलेक्शन में नेट ग्रोथ 12.37% और PIT कलेक्शन में 27.26% रही है।
डायरेक्ट टैक्स वो टैक्स है जिसे सीधे आम आदमी से वसूला जाता है। डायरेक्ट टैक्स में कॉर्पोरेट और पर्सनल इनकम टैक्स आता है। शेयर या दूसरे संपत्तियों पर लगने वाला टैक्स भी डायरेक्ट टैक्स की श्रेणी में आता है। जो टैक्स सीधे आम जनता से नहीं लिया जाता, लेकिन उसकी वसूली दूसरे माध्यम से आम जनता से ही होती है, उसे इनडायरेक्ट टैक्स कहा जाता है।