पार्ट टाइम जॉब देने के नाम पर कर रही थी धोखाधड़ी, 100 वेबसाइट ब्लॉक
मुंबई- केंद्र सरकार के आईटी मंत्रालय ने 100 से ज्यादा वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया है। ये वेबसाइट्स आर्गनाइज्ड इन्वेस्टमेंट और पार्ट-टाइम जॉब फ्रॉड में शामिल थीं। नेशनल साइबर क्राइम थ्रेट एनालिटिक्स यूनिट (NCTAU) ने पिछले हफ्ते इन पोर्टल्स की पहचान की थी जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है।
आधिकारिक बयान में बताया गया कि इन वेबसाइट्स को विदेशों से ऑपरेट किया जा रहा था। बड़े पैमाने पर की गई आर्थिक धोखाधड़ी से कमाए पैसों को कार्ड नेटवर्क, क्रिप्टोकरेंसी, फॉरेन एटीएम विड्रॉल और इंटरनेशनल फिनटेक कंपनियों का इस्तेमाल कर भारत से बाहर ले जाया गया। इस मामले में हेल्पलाइन और नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर कई शिकायतें मिली थीं।
गृह मंत्रालय ने कहा कि ऐसी धोखाधड़ी में, आमतौर पर डिजिटल एडवर्टाइजमेंट का इस्तेमाल होता है। इसे कई भाषाओं में “घर बैठे नौकरी” और “घर बैठे कमाई कैसे करें” जैसे कीवर्ड का उपयोग करके गूगल और मेटा जैसे प्लेटफार्मों पर लॉन्च किया जाता है। फ्रॉड करने वालों के निशाने पर रिटायर्ड एम्प्लॉई, महिलाएं और बेरोजगार युवा होते हैं।
मंत्रालय ने बताया कि विज्ञापन पर क्लिक करने पर, वॉट्सऐप और टेलीग्राम का उपयोग करने वाला एक एजेंट संभावित पीड़ित के साथ बातचीत शुरू करता है। उसे वीडियो लाइक, सब्सक्राइब और मैप्स रेटिंग जैसे कुछ काम करने को कहता है। काम पूरा होने पर शुरुआत में कुछ कमीशन दिया जाता है और दिए गए काम के बदले अधिक रिटर्न प्राप्त करने के लिए निवेश करने के लिए कहा जाता है। धीरे-धीरे विश्वास जमाया जाता है और जब पीड़ित बड़ी राशि जमा करता है, तो राशि जब्त कर ली जाती है।
मंत्रालय ने ऐसे फ्रॉड से बचने के उपाय बताते हुए कहा, इंटरनेट पर प्रायोजित ऐसी किसी भी हाई कमीशन पेमेंट वाली ऑनलाइन स्कीम में निवेश करने से पहले उसके बारे में पता कर लेना चाहिए। यदि कोई अज्ञात व्यक्ति आपसे वॉट्सऐप और टेलीग्राम पर संपर्क करता है, तो वैरिफिकेशन के बिना वित्तीय लेनदेन करने से बचें।

