सब्सिडी कम होने का असर नहीं, हर माह बिक रहे 70,000 दोपहिया ईवी
मुंबई- इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (ईवी) पर सब्सिडी कम करने का कोई असर नहीं दिख रहा है। हर महीने 70,000 दोपहिया ईवी बिक रहे हैं। जून में सब्सिडी कम हुई तो इसका असर दिखा और बिक्री घटकर 45,000 तक पहुंच गई। लेकिन त्योहारी मौसम में यह बिक्री सब्सिडी खत्म होने के पूर्व स्तर पर आ गई। अक्तूबर में 75,000 और नवंबर में 82,000 दोपहिया ईवी बेचे गए।
दोपहिया ईवी पर पहले अधिकतम 60,000 रुपये तक सब्सिडी मिल रही थी। अब यह घटकर 21,500 हो गई है। एथर एनर्जी के मुख्य बिजनेस अधिकारी रवनीत फोकेला ने कहा कि यह तो तय है कि लंबे समय में सब्सिडी जाने वाली ही थी। लेकिन यह पहले चली गई। इसके जाने का असर हमने देखा, लेकिन बहुत कम समय तक था। अब दोपहिया ईवी की बिक्री उस स्तर पर आ गई है, जो सब्सिडी से पहले थी। ज्यादा मांग दूसरे और तीसरे स्तर के शहरों से आ रही है। ग्रामीण मांग अभी बहुत ज्यादा नहीं है।
अप्रैल से अक्तूबर तक 4.72 लाख दोपहिया वाहन बिके हैं। फोकेला कहते हैं कि आगे भी हर माह 70,000 दोपहिया ईवी बिकने का अनुमान है। कंपनियां अब तमाम नए फीचर्स ला रही हैं। इससे महंगे वाले मॉडल की ज्यादा मांग है। कुल बिक्री में 70 फीसदी हिस्सा महंगे स्कूटरों का है। देश में ईवी उद्योग में शीर्ष चार कंपनियों बजाज, ओला, एथर और टीवीएस के पास 80 फीसदी बाजार हिस्सेदारी है।
आने वाले समय में मोबाइल फोन की तरह ही सभी स्कूटरों के लिए एक ही चार्जर लाए जा सकते हैं। फोकेला कहते हैं कि सारी कंपनियां इस पर बात कर रही हैं और इससे ग्राहकों को फायदा होगा। वे कहीं भी किसी भी कंपनी के चार्जर से स्कूटर चार्ज कर सकते हैं। इसके लिए एक कमिटी बनाई जा रही है।