5जी के कारण मोबाइल डाटा स्पीड में रूस व अर्जेंटीना से आगे निकला भारत
मुंबई- भारत में मोबाइल डाटा की स्पीड में तेज सुधार हुआ है। भारत में डाउनलोड रफ्तार 115 फीसदी बढ़ गई है जो पिछले साल सितंबर में 13.87 एमबीपीएस और इस साल जनवरी में 29.85 एमबीपीएस थी। इस मामले में अब यह जी- 20 देशों जैसे रूस, अर्जेंटीना, पाकिस्तान, बांग्लादेश और इंडोनेशिया सहित अन्य देशों से आगे निकल गया है।
नेटवर्क की स्पीड टेस्ट करने वाली साइट ऊकला की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 5जी रॉकेट की गति से दौड़ रहा है। जनवरी 2023 में भारत 69वीं पायदान पर था लेकिन अब 5जी की वजह से भारत 49वें पायदान पर पहुंच गया है। सितंबर, 2022 में यह 118वें स्थान पर था। रिलायंस जियो और एयरटेल 5जी की रफ्तार की तुलना करते हुए ऊकला ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि जनवरी 2023 में जियो 5जी सेवा को इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों को हिमाचल प्रदेश में 246.49एमबीपीएस की औसत डाउनलोड गति मिली। वहीं, कोलकाता में 506.25 एमबीपीएस तक की रफ्तार दर्ज की गई।
एयरटेल 5जी ग्राहकों को कोलकाता में 78.13 एमबीपीएस की औसत डाउनलोड स्पीड और दिल्ली में 268.89 एमबीपीएस की रफ्तार मिली थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 2022 में लगातार ग्राहकों को गंवाया है। 5जी सर्विस शुरू होने के बाद ग्राहक इसका तेजी से साथ छोड़े हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, औसत 5जी डाउनलोड गति 512.57 एमबीपीएस (गुजरात) और 19.23 एमबीपीएस (उत्तर प्रदेश पश्चिम) के बीच रही है। हालांकि, नौ दूरसंचार सर्कलों आंध्र प्रदेश, कोलकाता, उत्तर पूर्व, हरियाणा, राजस्थान, बिहार, पंजाब, केरल और उत्तर प्रदेश पश्चिम में, औसत 5जी डाउनलोड गति 100 एमबीपीएस से कम थी क्योंकि नेटवर्क परीक्षण के समय बहुत ज्यादा उपयोग में थे।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के मुताबिक, भारतीय दूरसंचार कंपनियों ने तीन साल के 5जी लक्ष्य को छह महीने के भीतर ही पूरा कर लिया है। अब सरकार विभिन्न प्रमुख क्षेत्रों में 5जी को अपनाने के लिए प्रयास कर रही है।
दूरसंचार विभाग के अतिरिक्त सचिव वीएल कांता राव ने मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में बताया कि सरकार ने भारतीय पवेलियन में 50 से अधिक कंपनियों की मेजबानी की है और प्रतिनिधिमंडल यहां स्वदेश में विकसित 4जी और 5जी तकनीक का प्रदर्शन करने के लिए आया है।
उन्होंने कहा, जब 5जी रोलआउट के लिए कंपनियों को स्पेक्ट्रम आवंटित किया गया था, तो हमने यह कहा था कि एक से तीन साल के भीतर कुछ शहरों को कवर करना होगा। उन्होंने 350 शहरों में एक लाख से अधिक साइटों की स्थापना की है। इस साल के अंत तक वे देश के अधिकांश शहरों को कवर कर लेंगे। इसलिए यह भारत में 5जी सेवाओं के लिए अच्छा समय है।