चालू खाता घाटे के अंतर के अनुमानों को कम कर सकते हैं विश्लेषक

मुंबई- भारत के घटते व्यापार घाटे और बढ़ते हुए सेवा व्यापार सरप्लस ने कुछ अर्थशास्त्रियों को चालू और अगले वित्त वर्षों के लिए देश के चालू खाता अंतर के अपने अनुमानों को कम करने के लिए प्रेरित किया है। जनवरी में भारत का व्यापार घाटा गिरकर एक साल के निचले स्तर 17.7 अरब डॉलर पर आ गया। सेवा व्यापार सरप्लस पिछले महीने बढ़कर 16.5 अरब डॉलर के उच्च स्तर पर पहुंच गया। 

भारत में बार्कलेज के प्रमुख अर्थशास्त्री राहुल बाजोरिया ने कहा, मार्च में समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष के लिए चालू खाता घाटा (सीएडी) का अनुमान घटाकर 95 अरब डॉलर या सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 2.8 फीसदी कर दिया है। यह पहले 105 अरब डॉलर या सकल घरेलू उत्पाद का 3.1 फीसदी था। 

अगले वित्त वर्ष के लिए इसने सीएडी का अनुमान 85 अरब डॉलर या जीडीपी का 2.3 फीसदी लगाया है। एमके ग्लोबल में मुख्य अर्थशास्त्री माधवी अरोरा ने कहा, जनवरी का व्यापार घाटा 2022 की दूसरी छमाही के 25.5 अरब डॉलर की तुलना में काफी कम है। इसलिए कैड यहां से कम हो सकता है।  

चालू वर्ष के लिए कैड का अनुमान जीडीपी का 2.6 फीसदी है जो पहले 3.1 फीसदी था। अगले वित्त वर्ष में यह 2.6 फीसदी की जगह 2.2 फीसदी हो सकता है। आईडीएफसी बैंक ने भी अपने पहले का अनुमान घटाया है और कहा है हमारा पहले का अनुमान 3 फीसदी था जो अब घटकर 2.4 या 2.5 फीसदी कर दिया है। 

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