शहरों में बेरोजगारी दर 9.35 फीसदी के साथ एक साल के ऊपरी स्तर पर 

मुंबई- शहरी इलाकों में इस महीने बेरोजगारी की दर 9.35 फीसदी पर पहुंच गई है। यह अगस्त, 2021 के बाद सबसे ज्यादा है। उस समय बेरोजगारी की दर 9.78 फीसदी थी। इस महीने गांवों में बेरोजगारी दर 7.18 फीसदी रही है। हालांकि यह जून में 8.03 फीसदी और जुलाई में 6.14 फीसदी पर थी।  

सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनमी (सीएमआईई) के आंकड़ों के अनुसार, अगस्त, 2021 में देश में बेरोजगारी की दर 8.32 फीसदी थी और उसके बाद इस साल फरवरी में यह फिर से एक बार 8 फीसदी के पार पहुंच गई थी। उस समय गांवों में भी एक साल में बेरोजगारी दर 8 फीसदी के पार सर्वोच्च स्तर पर थी। पिछले एक साल में पूरे देश में सबसे कम बेरोजगारी की दर इसी साल जनवरी में थी जो 6.56 फीसदी थी। 

आंकड़ों के अनुसार, इस साल 25 जुलाई के बाद से शहरी इलाकों में हर दिन 8 फीसदी के ऊपर ही बेरोजगारी दर रही है। पिछले 21 दिनों में इसमें किसी भी दिन कमी नहीं आई है बल्कि हर दिन यह बढ़ती गई है। 16 अगस्त को यह 9.44 फीसदी पर चली गई। इसी तरह से गांवों में 27 जुलाई के बाद से बेरोजगारी की दर 6 फीसदी से ज्यादा रही है। पूरे देश की बात करें तो यह 24 जुलाई से लगातार बढ़ी है। केवल एक अगस्त को इसमें मामूली कमी आई थी।   

उधर, नेशनल रूरल इंप्लॉयमेंट गारंटी स्कीम (नरेगा) के रोजगार में जुलाई की तुलना में 47 फीसदी की गिरावट आई है। आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में कुल कामगारों की संख्या 22.2 करोड़ प्रतिदिन थी जो जून में 42.2 करोड़ प्रतिदिन थी। इसी तरह से जुलाई में कुल 1.71 करोड़ घरों को रोजगार मिला था जो जून में 2.75 करोड़ घर थे। 

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