बीमा रेगुलेटर इरडाई के चीफ पद पर देबाशीष पांडा, 9 महीने बाद हुई नियुक्त 

मुंबई- वित्तीय सेवा विभाग के पूर्व सचिव देबाशीष पांडा को बीमा रेगुलेटर इरडाई का चेयरमैन बनाया गया है। करीबन 9 महीने बाद यह नियुक्ति की गई है।  

उनकी नियुक्ति 3 साल के लिए हुई है। पांडा 1987 बैच के IAS अधिकारी हैं जो उत्तर प्रदेश कैडर के हैं। वे इसी साल जनवरी में वित्तीय सेवा के सचिव पद से रिटायर हुए थे। इरडाई के चेयरमैन सुभाष खुंतिया पिछले साल मई में रिटायर हुए थे और तब से यह पद खाली पड़ा हुआ था। अपॉइंटमेंट्स कमिटी ऑफ कैबिनेट ने इसकी घोषणा की। 

उधर, दूसरी ओर देश के सबसे बडे बैंक SBI के प्रबंध निदेशक (MD) अश्वनी भाटिया को सेबी का होलटाइम मेंबर बनाया गया है। अपॉइंटमेंट कमिटी ऑफ कैबिनेट ने गुरुवार को उनके नाम को मंजूरी दी। उनकी नियुक्ति तीन साल के लिए की गई है। इसके बाद भी सेबी में अभी होलटाइम मेंबर का एक पद खाली है।  

भाटिया इसी साल मई में SBI से रिटायर होने वाले थे। अगस्त 2020 में वे MD बने थे। उसके पहले SBI म्यूचुअल फंड के MD एवं CEO थे। उन्होंने अपना करियर 1985 में SBI में एक प्रोबेशनरी अधिकारी के रूप में शुरू किया था। 33 साल का उनका करियर रहा। पिछले महीने ही सरकार ने माधबी पुरी बुच को सेबी का चेयरमैन बनाया था। 

अप्रैल 2021 में वित्तमंत्रालय ने इरडाई चेयरमैन पद के लिए आवेदन मंगाया था। तमाम इंटरव्यू के बाद फाइनेंशियल सेक्टर रेगुलेटरी अपॉइंटमेंट सर्च कमिटी ने पांडा के नाम की सिफारिश की थी। पांडा के नाम को फिर प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली अपॉइंटमेंट कमिटी ऑफ कैबिनेट के पास भेजा गया, जहां इसे मंजूरी मिल गई।  

वित्त सचिव बनने से पहले पांडा इंश्योरेंस और वित्तीय साक्षरता विभाग में थे। वे इरडाई के बोर्ड में सरकार के नॉमिनी डायरेक्टर थे। साथ ही रिजर्व बैंक के भी बोर्ड में थे। उत्तर प्रदेश में पांडा गृह और एग्रीकल्चर एवं कॉर्पोरेशन विभाग के सचिव थे। वे ग्रेटर नोएडा के रेसिडेंट कमिश्नर और सीईओ भी रह चुके हैं।  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *