पीएनबी, ओबीसी और यूनाइटेड बैंक के विलय से किसी भी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी- एमडी
मुंबई– पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी), यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआई) और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) के विलय (मर्जर) के बाद किसी भी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी। यह आश्वासन पीएनबी के एमडी ने दिया है। दरअसल बैंक के कर्मचारियों के बीच कुछ दिनों से डर का माहौल था। उन्हें डर था कि इन बैंकों के विलय से उनकी नौकरिया खतरें में पड़ सकती हैं।
पीएनबी के प्रबंध निदेशक और सीईओ मल्लिकार्जुन राव ने भरोसा दिलाया है कि विलय के कारण तीनों में किसी बैंक के कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी। बता दें पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स का विलय 1 अप्रैल 2020 से प्रभावी हो चुका है। मल्लिकार्जुन राव ने कहा कि तीनों बैंकों के विलय के बाद पंजाब नेशनल बैंक देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक बन गया है। अब पीएनबी का कारोबार और बैंक शाखाओं की संख्या भी एसबीआई के बाद देश में दूसरे नंबर पर पहुंच गई है।
विलय के बाद बैंक ने कहा था कि पीएनबी पहले से ज्यादा प्रतिस्पर्धी और नेक्स्ट जनरेशन बैंक में तब्दील हो गया है। बैंक अब अपने नए स्वरूप में पीएनबी 2.0 हो गई है। पीएनबी को चालू वित्त वर्ष की जून में समाप्त पहली तिमाही में 308 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है। देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक ने इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,018.63 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था।
पीएनबी ने कहा कि फाइनेंशियल रिजल्ट की तुलना पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के आंकड़ों से नहीं की जा सकती, क्योंकि एक अप्रैल, 2020 से ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का पीएनबी में विलय प्रभावी हुआ है। तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय बढ़कर 24,292.80 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 15,161.74 करोड़ रुपए थी।