अडाणी विल्मर और जेमिनी एडिबल ऑयल के IPO प्रोसेस में, जल्द ही मिल सकती है सेबी की मंजूरी

मुंबई- मार्केट रेगुलेटर सेबी ने अडाणी विल्मर और जेमिनी एडिबल ऑयल के IPO पर लगी रोक हटा ली है। अब दोनों कंपनियों के IPO प्रोसेस में हैं। इससे अनुमान है कि जल्द ही दोनों के IPO को मंजूरी मिल सकती है।  

दरअसल किसी भी कंपनी में या उसकी ग्रुप कंपनी में जांच लंबित है तो सेबी ऐसे मामलों में कंपनियों के IPO पर रोक लगा देता है। अडाणी ग्रुप के तीन शेयर्स में विदेशी निवेशकों के निवेश का मामला सामने आया था। इन निवेशकों के बारे में यह कहा गया कि यह सभी फर्जी कंपनियों के जरिए अडाणी के स्टॉक में निवेश करते हैं। इसके बाद अडाणी ग्रुप के शेयर्स की कीमतों में जून महीने में जमकर गिरावट आई थी।  

सेबी जब कंपनी से मिले जवाबों से संतुष्ट हो जाता है तो फिर वह उसे मंजूरी देता है। सेबी ने अडाणी और जेमिनी दोनों के IPO पर अस्थाई रोक लगा दी थी। अब सेबी की वेबसाइट के मुताबिक, दोनों IPO को प्रोसेस में डाल दिया गया है।  

इससे पहले सेबी ने इसी साल जून में गो एयर के IPO में भी इसी तरह की रोक लगाई थी। बाद में उस पर से रोक हटाकर IPO को 31 अगस्त को मंजूरी मिल गई थी। गो एयर 3,600 करोड़ रुपए और अडाणी विल्मर 4,500 करोड़ रुपए बाजार से जुटाने की तैयारी में हैं। अडाणी ग्रुप की यह सातवीं कंपनी होगी जो बाजार में लिस्ट होगी।  

अडाणी विल्मर मूलरूप से खाने के तेल सहित अन्य एफएमसीजी सेक्टर में काम करती है। अडाणी विल्मर, अडाणी एंटरप्राइजेज और सिंगापुर की कंपनी विल्मर इंटरनेशनल का जॉइंट वेंचर है, जो कि 1999 में बना था। अडाणी विल्मर में अडाणी एंटरप्राइजेज की 50% हिस्सेदारी है। कंपनी बासमती चावल, आटा, मैदा, सूजी, रवा, दालें और बेसन जैसे आइटम भी बनाती और बेचती है। ज्यादातर प्रोडक्ट्स फॉर्च्यून ब्रांड नाम से आते हैं। 

अडाणी विल्मर की योजना 2027 तक देश की सबसे बड़ी फूड कंपनी बनाने का लक्ष्य है। माना जा रहा है कि IPO के जरिए कंपनी अपने लक्ष्य को पूरा करेगी। गो एयर देश की चौथी एयरलाइंस कंपनी होगी जो शेयर बाजार में लिस्ट होगी। इससे पहले जेट एयरवेज, स्पाइसजेट और इंडिगो बाजार में लिस्ट हैं। इंडिगो सबसे बाद में लिस्ट हुई थी।  

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