ये हैं उत्तर प्रदेश के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, यूट्यूब पर पढ़ाते हैं यूपीएससी का सब्जेक्ट
मुंबई- उत्तर प्रदेश के चंदौली में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर कार्यरत प्रेम प्रकाश मीणा इस समय चर्चा में हैं। 2017 बैच के आईएएस अधिकारी प्रेम प्रकाश मीणा करीब 6 महीने पहले ही हाथरस से ट्रांसफर होकर चंदौली पहुंचे थे। उन्होंने यहां पर ‘न्याय आपके द्वार’ पहल से लोगों का दिल जीत लिया है। उन्होंने सैकड़ों एकड़ जमीन को भूमाफियाओं के कब्जे से खाली करवाया है और अब इन जमीनों पर पंचायत भवन और मिनी स्टेडियम बन रहे हैं। उन्होंने सालों से अटके कई मुद्दों को सुलझाया भी है।
मीणा UPSC और स्टेट सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे बच्चों की पढ़ाई में मदद करने के लिए रोज शाम को यूट्यूब पर अपनी क्लास लगाते हैं। इन क्लासों में हिस्ट्री, ज्यॉग्रफी और पॉलिटी से लेकर करेंट अफेयर्स तक के टॉपिक कवर करते हैं।
मीणा ने 2015 में विदेश से नौकरी छोड़ दी थी। उसके बाद उन्होंने यूट्यूब के जरिए उन लोगों तक पहुंचने की कोशिश की, जिनके पास पैसे नहीं होते हैं। कोचिंग की फीस पर ही डेढ़ से 2 लाख का खर्चा आता है। इसलिए उन्होंने इस माध्यम को चुना। शुरुआत में जब चैनल बना था तो उसमें प्रेम प्रकाश मीणआ रोजमर्रा के अपने फील्ड के कामकाज दिखाते थे। मगर अब पिछले 4 महीने में इसे सीरियस लेवल पर शुरू किया और कोशिश होती है कि रोज एक टॉपिक पर क्लास हो सके।’
प्रेम प्रकाश मीणा की इस टीम में उनके अलावा सौरभ और तुषार हैं, जो वीडियो शूटिंग और एडिटिंग का काम देखते हैं। वे कहते हैं कि प्राचीन इतिहास और इकॉनमी पर भी एक सीरीज बनाई है। बाकी करेंट अफेयर्स भी साथ-साथ कवर करते रहते हैं। दिसंबर 2020 में शुरू हुए इस चैनल को अब अच्छा रेस्पॉन्स मिल रहा है।
उनका लक्ष्य है कि अगले एक से डेढ़ साल में यूपीएससी से जुड़े सारे टॉपिक्स को वीडियोज में कवर किया जाए। क्योंकि जनरल स्टडीज के ये टॉपिक कभी बासी नहीं होते। एक बार अच्छी क्वॉलिटी के वीडियोज बन जाए, तो 5 साल बाद भी ये जानकारियां पुरानी नहीं होती हैं। क्योंकि प्राचीन इतिहास, मध्यकालीन इतिहास, भूगोल वही रहना है जो आज है।
शहर के हृदेश मेडिकल स्टोर पर की गई उनका कार्रवाई आज भी लोगों को याद है, जब वह बाइक पर ही छापा मारने पहुंच गए थे। मेडिकल स्टोर पर प्रतिबंधित इंजेक्शन मिले थे, जिसके बाद उसे सील कर दिया था। इसके अलावा हाथरस की एक मसाला फैक्ट्री पर छापेमारी भी चर्चाओं में रही। यहां छापेमारी के दौरान भूसे से मसाले का निर्माण होते मिला, जिस पर फैक्ट्री को सील कर दिया गया था।