चीन की कंपनियों को अमेरिकी बाजार में लिस्ट होने से रोकने की तैयारी
मुंबई- चीन की सरकार नहीं चाहती कि जिन कंपनियों के पास बड़े पैमाने पर कंज्यूमर के सेंसेटिव डेटा हैं, उनके शेयर अमेरिकी स्टॉक मार्केट में लिस्ट हों। जानकार सूत्रों ने बताया कि वह इसके लिए नए रूल बनाने पर विचार कर रही है, जिससे बड़ी टेक कंपनियों के विदेश में लिस्टिंग की योजनाओं पर पानी फिर सकता है।
चीन के स्टॉक मार्केट रेगुलेटर के अफसरों ने हाल के हफ्तों में कुछ कंपनियों और इंटरनेशनल इनवेस्टरों से बात की थी। उन्होंने कहा था कि जिन इंटरनेट कंपनियों के पास बड़े पैमाने पर यूजर डेटा होंगे, नए रूल में उनके विदेश बाजारों में लिस्ट होने पर रोक होगी। सरकार इन रूल्स से उन कंपनियों पर नकेल कसना चाहती है, जो विदेश में बनाई कंपनियों के जरिए बाहर लिस्ट होना चाहती हैं।
चाइना सिक्योरिटीज रेगुलेटरी कमीशन के अफसरों ने यह भी कहा कि जिन कंपनियों के पास कम संवेदनशील डेटा होंगे उनको विदेश में लिस्ट होने की इजाजत मिल सकती है। सूत्रों ने बताया कि जिन कंपनियों को विदेश में लिस्ट होने की इजाजत रेगुलेटर से मिल सकती है, वे फार्मास्यूटिकल जैसी इंडस्ट्री की हो सकती हैं।
नए रूल से चीन को बड़ी टेक कंपनियों के पेचीदा कॉरपोरेट स्ट्रक्चर पर ज्यादा कंट्रोल बनाने में मदद मिलेगी। उन कंपनियों ने देश में विदेशी निवेश पर लगी पाबंदियों से बचने के लिए ऐसा किया हुआ है। चीन की सरकार राजनीतिक और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं के चलते इंटरनेट, टेलीकॉम और एडुकेशन जैसे सेक्टर को संवेदनशील मानती है।