L&T में आरओसी की जांच, चीटिंग और पैसों के गबन की जांच शुरू
मुंबई- रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (ROC) ने लार्सन एंड टूब्रो (L&T) की दो यूनिट की जांच शुरू कर दी है। एक शिकायत में कहा गया है कि इसकी दो यूनिट में चीटिंग और पैसों का गबन हुआ है। इस यूनिट में L&T एंप्लॉयीज वेलफेयर फाउंडेशन प्राइवेट लिमिटेड और L&T वेलफेयर कंपनी लिमिटेड हैं। रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज ने दोनों कंपनियों को नोटिस जारी किया है। माना जा रहा है कि इसकी रिपोर्ट सितंबर अंत तक आ सकती है।
इस मामले में आंतरिक जांच भी हुई है। इस मामले में ग्रुप के ही कर्मचारियों ने शिकायत की थी। उनका आरोप था कि उनकी सैलरी से जो पैसा इसके लिए कटता है, उसके एवज में L&T के शेयर दिए जाने की बात कही जाती है। लेकिन कर्मचारियों को कोई शेयर नहीं दिया है। साथ ही उनके पैसे का उपयोग L&T के विस्तार के लिए किया जाता है।
देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग कंपनी और कई बिजनेस में शामिल L&T के इस मामले से खलबली मची हुई है। L&T के अधिकारी ने कहा कि कंपनी को इस आरोपों की जानकारी है और यह मैटर अभी सब-ज्युडिस है। इससे पहले, 2018 में L&T के शेयर होल्डर और पूर्व कर्मचारियों ने एक पिटीशन नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में फाइल किया था। इस पिटीशन में कहा गया था कि कंपनी में इंप्लॉयीज वेलफेयर के पैसों और कंपनी की संपत्तियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
शिकायत करने वाले ने आरोप लगाया है कि नवंबर 2003 से मार्च 2008 के बीच 30 हजार कर्मचारियों से 150 करोड़ रुपए कर्मचारियों से कलेक्शन किया गया था। इन पैसों से शेयरों को खरीदा गया। इन शेयरों की वैल्यू अब 176 अरब रुपए है।
लार्सन एंड टूब्रो को जून तिमाही में 1,174 करोड़ का फायदा और रेवेन्यू 29,335 करोड़ रुपए रहा। जून 2020 में फायदा महज 303 करोड़ रुपए था।