अदाणी समूह के कारोबार में परदे के पीछे से ये करते हैं काम, जानिए कौन हैं
मुंबई- गौतम अडानी देश के सबसे अमीर और प्रभावशाली व्यवसायियों में से एक हैं। वह अडानी समूह के संस्थापक और अध्यक्ष हैं। उनकी रियल टाइम नेटवर्थ रविवार तक 60.3 अरब डॉलर थी। गौतम अडानी को उनकी कंपनियों की सफलता का श्रेय दिया जाता है। लेकिन, बहुत कम लोग जानते हैं कि उनके तीन भाइयों ने भी अडानी समूह को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके नाम हैं विनोद अडानी, वसंत अडानी और महासुख अडानी। इनमें से महासुख अडानी ज्यादातर लाइमलाइट से दूर रहे हैं।
महासुख अडानी का जन्म गुजरात के छोटे से शहर मुंद्रा में शांतिलाल और शांताबेन अडानी के घर हुआ। परिवार की शुरुआत साधारण थी। उनके पिता एक छोटा कपड़ा व्यवसाय चलाते थे। सालों से उन्होंने अडानी समूह के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
गौतम अडानी जहां समूह का सार्वजनिक चेहरा हैं, वहीं महासुख अडानी पर्दे के पीछे रहकर महत्वपूर्ण व्यावसायिक निर्णय लेने में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं। समूह में एक रणनीतिक खिलाड़ी के रूप में उन्होंने ऊर्जा, बुनियादी ढांचे और लॉजिस्टिक्स सहित विभिन्न क्षेत्रों में योगदान दिया है।
महासुख अडानी और गौतम अडानी के बीच व्यक्तिगत और व्यावसायिक रूप से एक मजबूत रिश्ता है। उनके पिता शांतिलाल अडानी ने अपने बच्चों में कड़ी मेहनत करने की आदत डाली। इसने परिवार के व्यवसाय को आकार देने में मदद की है। गौतम ने अडानी समूह के वैश्विक विस्तार में अधिक सार्वजनिक भूमिका निभाई।
व्यवसाय से परे गौतम अडानी ने रियल एस्टेट और विमानन में भी बड़े निवेश किए हैं। 2020 में उन्होंने दिल्ली में 3.4 एकड़ की संपत्ति आदित्य एस्टेट्स को 400 करोड़ रुपये में खरीदा। उनके निजी बेड़े में बॉम्बार्डियर, बीचक्राफ्ट और हॉकर जैसे लक्जरी विमान शामिल हैं। ये विमान व्यवसाय और व्यक्तिगत उपयोग के लिए विशेष यात्रा विकल्प प्रदान करते हैं।
गौतम अडानी अडानी समूह को दुनिया के सामने लाते हैं। वहीं, महासुख अडानी पर्दे के पीछे रहकर कंपनी के लिए जरूरी फैसले लेते हैं। वह कंपनी की रणनीति बनाने में मदद करते हैं। उन्होंने ऊर्जा, बुनियादी ढांचा और लॉजिटिक्स जैसे कई क्षेत्रों में काम किया है। उनका कंपनी पर बहुत प्रभाव है। लेकिन, वह मीडिया से दूर रहते हैं।