देश की शीर्ष 10 कंपनियों का मूल्यांकन 130 लाख करोड़, सिंगापुर जीडीपी से ज्यादा

मुंबई- देश में शीर्ष 10 कंपनियों की कीमत इस समय 130 लाख करोड़ रुपये है। यह स्विटजरलैंड, संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई और पाकिस्तान सहित कई देशों के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) से ज्यादा है। इसमें शीर्ष पर मुकेश अंबानी का परिवार है। उनकी कुल कंपनियों की कीमत 25.75 लाख करोड़ रुपये है।

बार्कलेज प्राइवेट क्लाइंट्स हुरुन इंडिया मोस्ट वैल्यूएबल फैमिली बिजनेसेस की बृहस्पतिवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस की कीमत देश की जीडीपी का लगभग 10 फीसदी है। यह लिस्ट 20 मार्च, 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार तैयार की गई है। दूसरे नंबर पर नीरज बजाज के नेतृत्व वाला बजाज परिवार है। उसकी कुल संपत्ति 7,12,700 करोड़ रुपये है। तीसरे नंबर पर कुमार मंगलम बिड़ला परिवार है, जिसकी कुल संपत्ति 5,38,500 करोड़ रुपये है।

चौथे स्थान पर जिंदल परिवार, पांचवें पर नाडर परिवार, छठें पर महिंद्रा, सातवें पर दानी, चौकसी और वकील परिवार, आठवें पर प्रेमजी, नौवें पर राजीव सिंह परिवार और दसवें पर मुरुगुप्पा परिवार है। चौंकाने वाली बात यह है कि देश के दूसरे सबसे अमीर गौतम अदाणी का परिवार इस सूची से बाहर है। क्योंकि यह पहली पीढ़ी का पारिवारिक व्यवसाय है, जो इस सूची में शामिल नहीं है। हालांकि, पहली पीढ़ी के परिवारों के आधार पर अदाणी परिवार सबसे आगे है। उनकी कीमत 15.44 लाख करोड़ रुपये है। यह लिस्ट भारत के सबसे मूल्यवान पारिवारिक व्यवसायों को उनकी कुल संपत्ति के आधार पर बनी है।

सूची के अनुसार, शीर्ष दस परिवारों ने सामूहिक रूप से 60.09 लाख करोड़ रुपये की कुल संपत्ति अर्जित की है। यह उल्लेखनीय धनराशि भारत के व्यावसायिक परिदृश्य में परिवार के नेतृत्व वाले उद्यमों की ताकत का प्रमाण है।

हल्दीराम स्नैक्स का मूल्य 63,000 करोड़ रुपये है। यह भारत की सबसे मूल्यवान गैर-सूचीबद्ध कंपनी है। कंपनियों का एक बड़ा हिस्सा 85 फीसदी मुख्य रूप से भौतिक उत्पादों का काम करता है। जबकि बाकी 15 फीसदी सेवा क्षेत्र के अंतर्गत काम करते हैं। औद्योगिक उत्पाद में 28 कंपनियां है। इसके बाद ऑटोमोबाइल और ऑटो कलपुर्जा क्षेत्र में 23 कंपनियां और फार्मास्युटिकल उद्योग में 22 कंपनियां हैं।

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