इस साल देश में गेहूं उत्पादन रिकॉर्ड 11.4 करोड़ टन से ज्यादा का अनुमान
नई दिल्ली। गेहूं उत्पादन 2023-24 फसल सीजन में रिकॉर्ड 11.4 करोड़ टन होने का अनुमान है। 2022-23 में यह 11.05 करोड़ टन था। भारतीय खाद्य निगम के चेयरमैन अशोक के मीणा ने कहा कि बेहतर फसल और तापमान के अच्छे होने से उत्पादन में तेजी आएगी।
गेहूं की रबी सीजन की अंतिम बुवाई अभी भी चल रही है जो अगले हफ्ते तक जारी रहेगी। अब तक कुल 3.25 करोड़ हेक्टेयर में इसकी बुवाई हुई है। मीणा ने कहा, हमारा अनुमान है कि इस साल फसल के कुल क्षेत्र में वृद्धि होगी। कृषि मंत्रालय ने इसी आधार पर रिकॉर्ड गेहूं का अनुमान जताया है।
गेहूं की बुवाई के रकबे में पिछले साल की तुलना में बढ़ोतरी देखी जा रही है। कुछ राज्यों में एक फीसदी की कमी थी लेकिन वह भी जनवरी के पहले सप्ताह में पूरी हो जाएगी। यदि उत्पादन का स्तर यही रहा तो हमें पूरा विश्वास है कि हम अपनी जरूरत से अधिक और अगले वर्ष के लिए खुला बाजार योजना (ओएमएसएस) के लिए जरूरी अतिरिक्त भंडार भी खरीद पाएंगे। जून, 2023 से अब तक 59 लाख टन गेहूं इसके तहत बेचा जा चुका है और यह मार्च तक जारी रहेगा। पिछले साल एफसीआई ने 2.62 करोड़ टन गेहूं खरीदा था।
एफसीआई चेयरमैन ने कहा, बेशक खुले बाजार में चावल की कीमतों में बढ़ोतरी दिख रही है, लेकिन हम ओएमएसएस के माध्यम से भारी मात्रा में चावल उपलब्ध करा रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि कीमतें भी बहुत अधिक नहीं बढ़ेंगी। चावल के लिए ठंडी प्रतिक्रिया रही है। एफसीआई साप्ताहिक नीलामी के माध्यम से 29 रुपये प्रति किलोग्राम पर केवल 1.45 लाख टन ही बेच सका है। एफसीआई ने अब तक 3.1 करोड़ टन चावल खरीदा है और लक्ष्य 5.2 करोड़ टन का है।