एचडीएफसी का मार्केट कैप 74,000 करोड़ रुपये बढ़ा, एलआईसी को भी फायदा
मुंबई-पिछले हफ्ते के कारोबार के बाद मार्केट कैप के लिहाज से देश की टॉप-10 कंपनियों में से 7 का मार्केट कैपिटलाइजेशन तीन लाख करोड़ बढ़ गया है। इनमें HDFC सबसे ज्यादा बढ़ा है। इसके मार्केट कैप में 74 हजार करोड़ की बढ़ोतरी हुई है। पिछले सप्ताह BSE का सेंसेक्स 2,344.41 अंक यानी 3.47 प्रतिशत बढ़ कर बंद हुआ।
वहीं LIC का मार्केट कैप 65,558 करोड़ बढ़कर ₹4.89 लाख करोड़ हो गया है। इसके अलावा TCS, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, ICICI बैंक और SBI की मार्केट वैल्यू बढ़ी है। जबकि ITC, हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) और भारती एयरटेल के मार्केट कैप में गिरावट हुई है।
ICICI बैंक का मार्केट कैप 45,466.21 करोड़ रुपये बढ़कर 7,08,836.92 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। TCS का मार्केट कैप 42,732.72 करोड़ रुपये बढ़कर 13,26,918.39 करोड़ रुपये हो गया। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का मार्केट कैप 42,454.66 करोड़ रुपये बढ़कर 16,61,787.10 करोड़ रुपये हो गया। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) का मार्केट कैप 37,617.24 करोड़ रुपये बढ़कर 5,47,971.17 करोड़ रुपये हो गया। इन्फोसिस का शेयर 15,916.92 करोड़ रुपये बढ़कर 6,18,663.93 करोड़ रुपये हो गया।
ITC का मार्केट कैप ₹935.48 करोड़ गिरकर ₹5.60 लाख करोड़ रह गया है। वहीं HUL और एयरटेल के मार्केट कैप में ₹5.92 और ₹5.62 हजार करोड़ की गिरावट रही है। मार्केट कैप के लिहाज से रिलायंस रिलायंस इंडस्ट्रीज, TCS और HDFC टॉप पर हैं। पिछले हफ्ते कंपनियों का कारोबार बेहतर रहा है। इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी ने दो बार अपना ऑल टाइम हाई बनाया।
मार्केट कैप किसी भी कंपनी के टोटल आउटस्टैंडिंग शेयरों यानी वे सभी शेयर, जो फिलहाल उसके शेयरहोल्डर्स के पास हैं, की वैल्यू है। इसका कैलकुलेशन कंपनी के जारी शेयरों की टोटस नंबर को स्टॉक की प्राइस से गुणा करके किया जाता है। मार्केट कैप का इस्तेमाल कंपनियों के शेयरों को कैटेगराइज करने के लिए किया जाता है ताकि निवेशकों को उनके रिस्क प्रोफाइल के अनुसार उन्हें चुनने में मदद मिले। जैसे लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियां।