अंबानी के बाद अब अदाणी भी कंपनियों को कर्ज मुक्त करने की राह पर
मुंबई- अभी से तीन साल पहले, जून 2020 में मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा था कि उनकी कंपनी कर्ज से मुक्त डेट फ्री कंपनी हो गई है। कंपनी ने महज 58 दिनों में 1,68,818 करोड़ रुपये जुटाये हैं। इससे पहले, भी कंपनी ने अपने जियो प्लेटफार्म पर आठ सप्ताह के अंदर 11 डील कर 1,15,693 करोड़ रुपये जुटाए थे।
कंपनी ने मई 2020 में आरआईएल के राइट इश्यू के जरिए 53124.20 करोड़ रुपये जुटाए थे। इन सब का उपयोग पुराने कर्ज को चुकाने में किया था। लगता है इसी से सबक लेते हुए अब गौतम अडानी भी कर्ज मुक्त होने की राह पर चल पड़े हैं। वह समय से पहले ही ऋण का कर रहे हैं।
पिछले दिनों ही खबर आई थी कि अडानी ग्रुप ने 2.65 अरब डॉलर का कर्ज समय से पहले चुका दिया है। इससे पहले 28 अप्रैल को भी खबर आई थी कि अडानी ग्रुप ने 200 मिलियन डॉलर का कर्ज वापस कर दिया है। यह लोन सितंबर 2024 मे मैच्योर होना था।
दरअसल, ग्रुप ने होल्सिम लिमिटेड से उसकी भारतीय कंपनियां खरीदने के लिए ग्लोबल बैंकों से एक अरब डॉलर का लोन लिया था। इस लोन का कुछ हिस्सा अडानी ग्रुप ने बीते अप्रैल में चुका दिया। उल्लेखनीय है कि एक साल पहले मई में अडानी ग्रुप ने स्विट्जरलैंड बेस्ड होल्सिम लिमिटेड के भारतीय बिजनस को खरीदने की घोषणा की थी। यह सौदा 10.5 अरब डॉलर में हुआ था।
अडानी ग्रुप एक तरफ पुराने कर्जो को वापस कर रहा है, दूसरी तरफ पुराने फंसे प्रोजेक्ट्स पर भी नए सिरे से काम शुरु हो रहा है। आज ही खबर आई है कि कंपनी फिर से मुंद्रा में पीवीसी प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर रही है। इस परियोजना पहले की ही है। लेकिन बीते 24 जनवरी को जो हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट आई थी, उसके बाद से यह प्रोजेक्ट लटक गया था।