टिकटाक ने भारत में अपने सभी कर्मचारियों की छंटनी की, याहू भी निकाली
मुंबई- गूगल-अमेजन जैसी बड़ी टेक कंपनियों के बाद अब टिक टॉक और याहू ने भी छंटनी की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, टिक टॉक ने भारत में 40 कर्मचारियों के अपने पूरे स्टाफ को नौकरी से निकाल दिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाइट डांस की सोशल मीडिया ऐप टिक टॉक के इंडिया ऑफिस के एम्प्लॉइज ज्यादातर ब्राजील और दुबई के मार्केट के लिए काम कर रहे थे। टिक टॉक का यह फैसला कोई आश्चर्य की बात नहीं है, क्योंकि करीब 3 साल पहले टिकटॉक को इंडिया में बैन कर दिया गया था।
टिक टॉक ने एम्प्लॉइज को बताया है कि 28 फरवरी को कंपनी में उनका आखिरी दिन होगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी ने यह भी कहा है कि निकाले गए एम्प्लॉइज को 9 महीने की सैलरी (सेवरेंस पे) भी दी जाएगी।
वहीं याहू अपनी टोटल ग्लोबल वर्कफोर्स में से 20% से ज्यादा एम्प्लॉइज की छंटनी करने का प्लान बना रही है। इस बात की जानकारी कंपनी ने खुद अपने एक स्टेटमेंट में दी है। जिसमें कंपनी ने कहा है कि छंटनी का उद्देश्य अपने ऐड-टेक डिवीजन को प्रमुख रूप से रिस्ट्रक्चर करना है। छंटनी का यह दौर साल के आखिरी तक लगभग आधे ऐड-टेक एम्प्लॉइज को प्रभावित करेगा। जिसमें से इस सप्ताह लगभग 1,000 कर्मचारी को नौकरी से निकाला जाएगा।
याहू ने बताया कि कंपनी का प्लान पहले 12% एम्प्लॉइज की छंटनी करने का है। इसके बाद कंपनी बचे हुए 8% एम्प्लॉइज को इस साल के सेकंड हाफ में नौकरी से निकालेगी। हालांकि, कंपनी ने छंटनी से प्रभावित होने वाले एम्प्लॉइज की संख्या नहीं बताई है। कंपनी ने इस बात की पुष्टि की है कि छंटनी में ऐड-टेक यूनिट के मौजूदा एम्प्लॉइज में से 50% से ज्यादा कर्मचारी प्रभावित होंगे।
याहू ने कहा कि इस कदम से कंपनी को अपने फ्लैगशिप ऐड बिजनेस (DSP या डिमांड-साइड प्लेटफॉर्म) पर फोकस और इन्वेस्टमेंट कम करने में मदद मिलेगी। 2021 में 5 बिलियन डॉलर (41.27 हजार करोड़ रुपए) के बायआउट में याहू को खरीदने के बाद कंपनी का स्वामित्व प्राइवेट इक्विटी फर्म अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट के पास है।