आर्थिक गतिविधियों में तेजी, आईआईपी जनवरी में 5.2 फीसदी बढ़ा
मुंबई- देश के औद्योगिक उत्पादन यानी आईआईपी जनवरी में 5.2 प्रतिशत की दर से बढ़ा है। जनवरी 2022 में इसमें केवल दो प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। शुक्रवार को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2023 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन एक साल पहले के 1.9 फीसदी की तुलना में 3.7 प्रतिशत बढ़ा है। खनन क्षेत्र के उत्पादन में 3 फीसदी की तुलना में 8.8 फीसदी और बिजली के उत्पादन में सालाना आधार पर 0.9 फीसदी के मुकाबले 12.7 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
आईआईपी डाटा काफी महत्वपूर्ण होता है। यह देश के विनिर्माण और खनन सहित कई महत्वपूर्ण क्षेत्र की मौजूदा स्थिति को दर्शाता है। कैपिटल गुड्स का उत्पादन जनवरी में 11 प्रतिशत बढ़ा है जो एक साल पहले केवल 1.8 फीसदी बढ़ा था। हालांकि, कंज्यूमर ड्यूरेबल का उत्पादन 7.5 फीसदी गिरा है जो एक साल पहले 4.4 फीसदी कम था। इन्फ्रास्ट्रक्चर और कंज्यूमर नॉन-ड्यूरेबल गुड्स का उत्पादन इसी दौरान 8.1 प्रतिशत और 6.2 प्रतिशत बढ़ा है।
आंकड़े बताते हैं कि अप्रैल, 2022 से जनवरी, 2023 के बीच 10 माह में आईआईपी में 5.4 फीसदी की वृद्धि रही है जो कि 2021-22 में इसी अवधि में 13.7 फीसदी की तुलना में आधा से भी कम है।
कंस्ट्रक्शन गुड्स के उत्पादन में 5.9 फीसदी की बढ़त आई है। आंकड़े बताते हैं कि प्राइमरी गुड्स का उत्पादन 9.6 फीसदी बढ़ा है जो एक साल पहले केवल 1.6 फीसदी बढ़ा था। सरकार के 28 फरवरी, 2023 को जारी किए आंकड़े में आठ मुख्य सेक्टर में 7.8 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी, जो कि दिसंबर में 7 फीसदी थी। ऐसे में जनवरी के आंकड़ों में तेजी की उम्मीद जताई जा रही थी।