आयात शुल्क बढ़ने से सोना एक दिन में ही 1,088 रुपया महंगा हुआ 

मुंबई- सोने के आयात पर बढ़ी ड्यूटी से शुक्रवार को भारी असर दिखा। घरेलू बाजार में सोना प्रति दस ग्राम 1,088 रुपये महंगा होकर 51,456 रुपये पर पहुंच गया। बृहस्पतिवार को यह 50,370 रुपये पर था। चांदी हालांकि 411 रुपये टूटकर 58,159 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई।  

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के तपन पटेल ने कहा कि सरकारी फैसले का असर दिखा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में य ह 1,794 डॉलर प्रति औंस रहा। निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत ज्यादा सोने का उत्पादन नहीं करता है, इसलिए इसके आयात ने देश के विदेशी भंडार पर दबाव डाला है। उन्होंने कहा कि रुपये की गिरावट पर सरक्रार का ध्यान है। 

सोने के आयात पर बेसिक ड्यूटी अभी 12.5 फीसदी ही है जो पहले 7.5 फीसदी हुआ करती थी। इसमें 2.5 फीसदी शुल्क एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट सेस (एआईडीसी) है। पिछले साल आयात शुल्क को 12.5 फीसदी से घटाकर 7.5 फीसदी किया गया था। 

आंकड़ों के मुताबिक, मई में अचानक सोने का आयात बढ़ कर 107 टन (6 अरब डॉलर) हो गया था। इससे व्यापार घाटा बढ़कर 24.29 अरब डॉलर हो गया था। जून में भी सोने का आयात ज्यादा रहने का अनुमान है। 2021 में 1,000 टन सोना का आयात किया गया था। यह पिछले 10 सालों में सबसे ज्यादा था। 

सोने का जितना आयात बढ़ता है, उतना ही चालू खाता घाटा पर बोझ बढ़ता है। चालू खाता घाटा तब बढ़ता है जब किसी देश द्वारा आयात की जाने वाली वस्तुओं और सेवाओं का कुल मूल्य उसके द्वारा निर्यात की जानेवाली वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य से ज्यादा होता है। 

केंद्र सरकार ने सोने पर आयात कर और पेट्रोल-डीजल पर निर्यात कर लगाकर रुपये की गिरावट को थामने की कोशिश की है। इसका असर यह हुआ कि शुक्रवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज सहित अन्य एनर्जी निर्यात करनेवाली कंपनियों के शेयर धराशाई हो गए। इसकी वजह से शेयर बाजार और रुपये पर भी असर दिखा। 

 हालांकि आरबीआई लगातार रुपये की गिरावट रोकने की कोशिश कर रहा है, पर हाल के दिनों में डॉलर की तुलना में रुपया हर दिन एक नया निचला स्तर बनाता गया। रुपये की गिरावट और महंगाई के रिकॉर्ड स्तर से आरबीआई आगे दरों को और बढ़ा सकता है। इस साल में रुपया 6 फीसदी से ज्यादा टूट गया है। 

देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने पहली बार सोने के एवज में कुल एक लाख करोड़ रुपये का कर्ज दिया है। चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा, इस क्षेत्र में इसकी हिस्सेदारी 24 फीसदी है। बैंक का खुदरा कर्ज 15 फीसदी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि खुदरा कारोबार आगे भी तेजी से बढ़ेगा। 

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