सरकार की इस योजना में मिलता है अच्छा लाभ, 46 लाख लोग जुड़े
मुंबई- प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन स्कीम छोटे कामगारों में बेहद लोकप्रिय बन रही है। अबतक इस सरकारी पेंशन योजना से 46.66 लाख लोग जुड़ चुके हैं। इसमें भी महिलाओं की संख्या पुरूषों की तुलना में ज्यादा है।
26 साल से 35 साल की उम्र वालों के बीच यह ज्यादा लोकप्रिय है। सरकार ने छोटे कामगारों के बेहतर भविष्य के लिए इस योजना की शुरूआत की थी। इस स्कीम के तहत आंशिक योगदान देने पर 60 की उम्र के बाद हर महीने 3 हजार या सालाना 36 हजार रुपये पेंशन का इंतजाम है।
इस स्कीम में कोई भी असंगठित क्षेत्र में काम करने वाला नागरिक जुड़ सकता है, जिसकी उम्र 18 साल से 40 साल के बीच हो. वहीं, उसकी मासिक आय 15 हजार से कम होनी चाहिए। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अनुसार इस स्कीम के जरिए अबतक करीब 2156763 महिलाएं जुड़ चुकी हैं। जबकि पुरूषों की संख्या 1923031 के करीब है।
26 से 35 साल के 2102947 लोगों ने पंजीकरण कराया है जबकि 36 से 40 साल के 10.13 लाख लोग जुड़े हैं। 9.62 लाख होग 18 से 25 साल के हैं। सबसे ज्यादा लोग हरियाणा से जुड़े हैं जिनकी संख्या 8.21 लाख है। उत्तर प्रदेश के 6.44 लाख, महाराष्ट्र से 5.95 लाख, गुजरात से 3.71 लाख, छत्तीसगढ़ से 3.71 लाख और बिहार से 2.06 लाख लोग जुड़े हैं।
प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए है, जिसमें दिहाड़ी मजदूर से लेकर मेड, ड्राइवर, इलेक्ट्रिशियन और स्वीपर या इस तरह के सभी वर्कर्स को फायदा मिलेगा। ध्यान देने की बात यह है कि उनकी मंथली आय 15 हजार रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। इस योजना के तहत 60 साल की उम्र के बाद हर महीने 3000 रुपये की पेंशन मिलेगी।
अगर कोई कर्मचारी 18 साल का है तो उसे प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना में 60 साल की उम्र तक हर महीने 55 रुपये जमा कराने होंगे। अगर कोई 29 साल का है तो उसे योजना में पेंशन पाने के लिए 60 साल की उम्र तक हर महीने 100 रुपये जमा कराने होंगे।
अगर कोई कर्मचारी 40 साल की उम्र में इस योजना से जुड़ता है तो उसे हर महीने 200 रुपये का योगदान करना होगा। खास बात यह है कि जितना योगदान खाताधारक को होगा, सरकार भी अपनी ओर से उतना ही योगदान करेगी। प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन पेंशन योजना में रजिस्ट्रेशन के लिए पास के CSC सेंटर पर जाना होगा।
इसके बाद वहां आधार कार्ड और बचत खाता या जनधन खाता जो भी उसकी जानकारी IFSC कोड के साथ देनी होगी। सबूत के तौर पर पासबुक, चेकबुक या बैंक स्टेटमेंटट दिखा सकते हैं। खाता खोलते समय ही आन नॉमिनी भी दर्ज करा सकते हैं। आपको अपना शुरूआती योगदान कैश के रूप में देना होगा।
इसके बाद आपका खाता खुल जाएगा और श्रम योगी कार्ड मिल जाएगा।