भारी-भरकम एलआईसी के आईपीओ से बढ़ेगी बाजार में निवेशकों की संख्या
मुंबई- ब्रोकर्स का मानना है कि एलआईसी के भारी-भरकम IPO से बाजार में निवेशकों की संख्या तेजी से बढ़ेगी और साथ ही इसका असर बाजार पर पॉजिटिव दिख सकता है।
दिलचस्प यह है कि इसमें ज्यादातर रिटेल निवेशक ही होंगे। LIC का जो ब्रांड है, यह नए निवेशकों को आकर्षित कर सकता है। इसके लिए करीबन एक करोड़ से ज्यादा रिटेल निवेशक आ सकते हैं। इससे पहले रिलायंस पावर में सबसे ज्यादा 48 लाख रिटेल निवेशक शामिल हुए थे। यह IPO 2008 में आया था।
दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के IPO को बीमा रेगुलेटर इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) ने मंजूरी दे दी है। उम्मीद है कि कंपनी का वैल्यूएशन 15 लाख करोड़ रुपए हो सकता है।
इसके मार्च के मध्य तक इसके इश्यू लाने की उम्मीद है। यह देश का अब तक का सबसे बड़ा IPO होगा। इसका साइज 60 हजार करोड़ से 70 हजार करोड़ रुपए के बीच हो सकता है।
LIC IPO में 5% हिस्सा बेच सकती है। हालांकि पहले यह 10% का अनुमान था। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में विनिवेश की रकम के लक्ष्य को घटाकर 78 हजार करोड़ रुपए कर दिया है जो पहले 1.75 लाख करोड़ रुपए था। ऐसे में LIC में भी कम हिस्सेदारी बिकेगी।
इस समय LIC में सरकार की 100% हिस्सेदारी है। इसकी असेट्स 44 लाख करोड़ रुपए के पार है। इसके पास 29 करोड़ पॉलिसीज और 34.3 लाख करोड़ रुपए का लाइफ फंड्स है। 2,048 ब्रांच ऑफिस, 8 जोनल कार्यालय, 113 विभागीय कार्यालय और 11.48 लाख एजेंट्स इसके हैं।
पिछले 2 महीने से LIC के एजेंट लगातार अपने पॉलिसीधारकों से डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कह रहे हैं। LIC ने भी खुद कहा है कि अगर आप इस IPO का हिस्सा बनना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट खोलना होगा। भारतीय शेयर बाजार में LIC का करीबन 3.67% हिस्सा है। यानी अन्य कंपनियों में जो उसका निवेश है, वह इतना है। इसके इस हिस्से का कुल वैल्यू 9.53 लाख करोड़ रुपए है।
एनएसई के 278 स्टॉक ऐसे हैं, जिसमें इसकी एक पर्सेंट से ज्यादा हिस्सेदारी है। बीमा कंपनियों का जो निवेश शेयर बाजार में है, उसमें अकेले यह 77% हिस्सा अपने पास रखती है। पर्सेंट के लिहाज से IDBI बैंक में इसकी सबसे ज्यादा 49.24% हिस्सेदारी है जबकि LIC हाउसिंग फाइनेंस में यह 45.24% की मालिक है।
डीमैट खाता खोलने के लिए पहले ब्रोकर की वेबसाइट पर जाएं। फिर अकाउंट खोलने का फॉर्म भरें। इसमें आपको नाम, पता, पैन और उस बैंक अकाउंट की डिटेल्स भरनी होंगी जिन्हें डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट से जोड़ना है। साथ ही सबसे उपयुक्त ब्रोकरेज प्लान को चुनने की जरूरत होती है। आधार, पैन, कैंसिल चेक जैसे डॉक्यूमेंट की स्कैन कॉपी अपलोड करने की जरूरत पड़ती है। निवेशक की तस्वीर के साथ स्कैन किए हुए सिग्नेचर की भी जरूरत हो सकती है।