ये शेयर्स अब जाएंगे लार्ज कैप में, जानिए कौन से शेयर चुने गए

मुंबई- एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड ऑफ इंडिया (AMFI) ने हाल में लिस्ट हुई स्टार्ट-अप कंपनियों नायका नायका, पॉलिसीबाजार और जोमैटो को लार्ज कैप कैटेगरी में डाल सकता है। AMFI साल में दो बार कंपनियों की कैटेगरी में बदलाव करता है। ब्रोकरेज एंड रिसर्च फर्म एडलवाइस का मानना है कि IRCTC, माइंड ट्री, टाटा पावर और चार अन्य कंपनियां लार्ज कैप कैटेगरी में जगह बना सकती हैं।  

इसी तरह यस बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, ल्युपिन और 7 दूसरे शेयर डाउनग्रेड होकर मिडकैप कैटेगरी में जा सकते हैं। AMFI हर छमाही में लार्ज, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों की एक लिस्ट जारी करता है। इसकी काफी अहमियत है क्योंकि म्यूचुअल फंड मैनेजर्स अपने पोर्टफोलियो को री-बैलेंस करने के लिए इसे फॉलो करते हैं। 

मिड कैप से लार्ज कैप कैटेगरी में जाने वाली कंपनियों में एसआरेफ, एंफेसिस, गोदरेज प्रॉपर्टी, पीएल इंडस्ट्रीज, जोमैटो आदि हैं। इन सभी का मार्केट कैप 50 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा है। जोमैटो का सबसे ज्यादा 1.25 लाख करोड़ और नायका का मार्केट कैप 1.07 लाख करोड़ रुपए है। लार्ज कैप से मिड कैप में जाने वाली कंपनियों में बैंक ऑफ बड़ौदा, हनीवेल ऑटोमेशन, बायोकॉन, पंजाब नेशनल बैंक, प्रोक्टर एंड गैंबल, कोलगेट पामोलीव, चोलामंडलम आदि हैं। इनका मार्केट कैप 51 हजार करोड़ रुपए से नीचे हैं।  

इसी तरह सेंट्रल बैंक, हैप्पिएस्ट माइंड, गुजरात फ्लूरोकेमिकल, नेशनल अल्युमिनियन, इंडियन एनर्जी एक्सचेंज, प्रेस्टिज और अन्य कंपनियां स्माल से मिड कैप कैटेगरी में जा सकती हैं। भले ही इन शेयरों की कैटेगरी बदली जाए लेकिन जरूरी नहीं है कि इससे तुरंत इनमें फंड फ्लो बढ़ जाएगा। Edelweiss का कहना है कि री-कैटेगराइजेशन से फायदा हो सकता है लेकिन जरूरी नहीं कि इसमें तुरंत फंड फ्लो बढ़ जाए। कोई स्टॉक स्मॉल से मिडकैप सेगमेंट में चला जाता है तो उसकी विजिबलटी बढ़ जाती है। यह फंड मैनेजरों की नजर में जल्दी आ सकता है। 

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