जी एंटरटेनमेंट को मिला समय, 22 अक्टूबर तक NCLT को देना होगा जवाब
मुंबई- जी एंटरटेनमेंट को 22 अक्टूबर तक NCLT को जवाब देना होगा। यह जवाब इन्वेस्को द्वारा फाइल किए गए पिटीशन के मामले में देना होगा। NCLT ने पहले जी एंटरटेनमेंट को कहा था कि वह दो दिन में इस पर जवाब दे।
NCLT के इस आदेश के बाद जी एंटरटेनमेंट ने NCLT के ट्रिब्यूनल में मामला फाइल किया। ट्रिब्यूनल ने कहा कि NCLT इतना कम समय नहीं दे सकती है। उसे पूरा समय देना होगा। इसी के बाद NCLT ने जी एंटरटेनमेंट को कहा कि वह 22 अक्टूबर तक इन्वेस्को के मामले में जवाब फाइल करे।
दरअसल इन्वेस्को ने जी एंटरटेनमेंट से EGM बुलाने को कहा था। जी ने इसके बाद बोर्ड मीटिंग की और कहा कि वह EGM नहीं बुलाएगी। इन्वेस्को ने फिर NCLT में मामला दर्ज कराया और NCLT ने दो दिन में जी एंटरटेनमेंट से जवाब मांगा था। इस मामले में 4 अक्टूबर को NCLT में सुनवाई हुई थी। नियम के अनुसार, अगर कोई कंपनी किसी कंपनी में 10% से ज्यादा की निवेशक है और वह EGM बुलाने के लिए नोटिस देती है, तो कंपनी को 3 हफ्ते के अंदर EGM बुलानी होती है।
जी एंटरटेनमेंट में इन्वेस्को की 18% के करीब हिस्सेदारी है। इन्वेस्को ने कॉर्पोरेट गवर्नेंस का मुद्दा उठाते हुए EGM बुलाने की मांग की थी। इन्वेस्को ने पहले 11 सितंबर को EGM के लिए नोटिस दिया था। जी को यह नोटिस 12 सितंबर को मिला था। इसके अनुसार जी को 2 अक्टूबर तक EGM बुलाने की घोषणा करने का समय है। यदि जी एंटरटेनमेंट EGM की तारीख घोषित करने में फेल होती है तो इन्वेस्को खुद मीटिंग की तारीख घोषित कर सकती है।
इन्वेस्को ने जिस दिन EGM बुलाने का नोटिस दिया था, उसी दिन जी एंटरटेनमेंट के दो स्वतंत्र निदेशकों ने इस्तीफा दे दिया था। 22 सितंबर को जी के बोर्ड ने यह कहा कि वह सोनी पिक्चर्स के साथ मर्जर कर रहा है। इस मर्जर को अगले 90 दिनों में पूरा किया जाएगा। तब तक मर्जर से जुड़े प्रोसीजर पर काम होगा। जी एंटरटेनमेंट में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 4.77% जबकि फंड हाउसेज और दूसरे निवेशकों की हिस्सेदारी 95.23% है। इनमें म्यूचुअल फंड के पास 3.77%, विदेशी निवेशकों के पास 67.72% और LIC के पास 4.89% हिस्सा है।