टेक्निकल गड़बड़ी हुई तो निवेशकों को मिल सकता है मुआवजा, सेबी कर रही है तैयारी

मुंबई– निवेशकों के लिए खुशखबरी है। अब अगर किसी निवेश के मामले में टेक्निकल गड़बड़ी होती है तो आपको मुआवजा मिल सकता है। शेयर बाजार रेगुलेटर सेबी (SEBI) एक ऐसा फ्रेमवर्क तैयार करने का विचार कर रही है जिसमें ऐसी स्थिति में मुआवजा दिया जा सके।  

बता दें कि 31 जनवरी को नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के ऑटो पेमेंट सिस्टम में खराबी आ गई थी। इसकी वजह से जिन म्यूचुअल फंड निवेशकों ने स्कीम में खरीदी की, उनकी यूनिट नहीं मिली। या कुछ निवेशकों को देर से यूनिट मिली। इस वजह से ये निवेशक शेयर बाजार की पिछले 10 दिनों की तेजी का फायदा उठाने से चूक गए। इसी के बाद सेबी ऐसी तैयारी कर रही है।  

सेबी इस फ्रेमवर्क में यह तैयारी कर रही है कि मुआवजे की कार्यप्रणाली क्या होगी। मुआवजा देने का पैमाना क्या होगा और उसे कैसे गिना जाएगा। इसके अलावा, मार्केट मेकिंग, लिक्विडिटी एन्हांसमेंट स्कीम (LES) कॉल ऑक्शन मैकेनिज्म जैसे तरलता वृद्धि के उपायों (liquidity enhancement measures) में सुधार करने के लिए सेबी मौजूदा ढांचे की समीक्षा करेगी।  

सेबी की वार्षिक रिपोर्ट 2019-20 के अनुसार सेबी टेक्निकल गड़बड़ियों की घटनाओं का पता लगाने के लिए फ्रेमवर्क को जल्दी तैयार करने की योजना बना रही है। रेगुलेटर सेबी स्ट्रेस टेस्ट के आधार पर समाशोधन निगमों (Clearing Corporations) के सेटलमेंट गारंटी फंड (SGF) की भी समीक्षा करेगी। इसका मकसद संभावित जोखिमों के लिए बाजार की फ्लैक्सिबिलिटी को बढ़ाया जाना है।  

सेबी तय दिशा-निर्देशों के अनुसार डिपॉजिटरी स्तर पर एक अच्छी तरह के फ्रेम वर्क (well-documented framework) को तैयार कर रहा है। मार्केट इंफ्रास्ट्रक्चर इंस्टीटूशन (MIIS) के बारे में सेबी ने कहा कि ऐसी संस्थाएं ट्रेडिंग, क्लीयरिंग और सेटलमेंट आदि से संबंधित अपनी विभिन्न गतिविधियों के लिए टेक्नोलॉजी पर काफी भरोसा करती हैं। इस प्रकार MII के निरीक्षण के दौरान सिस्टम या टेक्नोलॉजी पर अधिक ध्यान देना जरूरी हो जाता है।  

सेबी एक इंस्पेक्शन मैनुअल बनाने का प्रस्ताव रखी है। इसका उपयोग MII के निरीक्षण के एक सोर्स (single source of reference) के रूप में किया जा सकता है। सेबी ने कहा कि ऐसी प्रक्रियाओं को भी तैयार करने का प्रस्ताव है जो ऑटोमैटिक हो सकती हैं और MII के निरीक्षण में मदद कर सकती हैं। NPCI की टेक्निकल गड़बड़ी के मामले में ज्यादातर निवेशक मुआवजा मांगने की तैयारी कर रहे हैं। वे इसकी शिकायत भी करने वाले हैं। काफी सारे म्यूचुअल फंड हाउस इस बात को मानते हैं कि इस टेक्निकल गड़बड़ी से निवेशकों को बाजार की तेजी का फायदा नहीं मिला।  

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