2027 तक तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था होगा भारत, यूपी की जीडीपी नॉर्वे के बराबर होगी
मुंबई- भारत 2027 या वित्त वर्ष 2028 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बनेगा। इस दौरान यह जापान और जर्मनी को पीछे छोड़ेगा। एसबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि देश की अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष में 6.5 फीसदी की दर से बढ़ेगी। जबकि पहली तिमाही में यह 8 फीसदी से ज्यादा होगी।
एसबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि 6.5 फीसदी की वृद्धि दर एक नया सामान्य स्तर बन गया है। खासकर तब, जब वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारी अनिश्चितता फैली है। रिपोर्ट के अनुसार, 2014 में भारतीय जीडीपी दुनिया में दसवें क्रम पर थी जो सात स्थान की छलांग लगाकर तीसरे पर पहुंचेगी।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत की विकास दर किसी भी मानक पर एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। दिलचस्प यह है कि 2022-27 के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था की जो विकास दर होगी, वह वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया की 1.8 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था से ज्यादा होगी। वर्तमान विकास दर के आधार पर भारत की जीडीपी में हर दो साल में 0.75 लाख करोड़ डॉलर की बढ़ोतरी होगी। इस आधार पर 2047 तक हमारी अर्थव्यवस्था 20 लाख करोड़ डॉलर की हो जाएगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2027 तक वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत की हिस्सेदारी 4 फीसदी हो जाएगी। 2014 में यह 2.6 फीसदी थी और इस समय 3.5 फीसदी है। भारत की अर्थव्यवस्था को डॉलर के हिसाब से 2027 तक सालाना 8.4 फीसदी चक्रवृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़ने की जरूरत है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्यवार बात करें तो 2027 तक महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश सबसे पहले 500 अरब डॉलर वाली अर्थव्यवस्था बनेंगे। इस दौरान कुछ बड़े राज्यों की जीडीपी कुछ एशियाई और यूरोपियन देशों से भी ज्यादा होगी। रिपोर्ट के अनुसार, 2027 तक उत्तर प्रदेश नार्वे को पीछे छोड़ देगा जबकि हरियाणा कुवैत को पीछे छोड़ देगा।
दिल्ली हंगरी को और राजस्थान कतर को, गुजरात कोलंबिया को और मध्य प्रदेश अल्जीरिया को पीछे छोड़ देगा। 2014 में दसवें स्थान पर रही भारतीय अर्थव्यवस्था 2015 में सातवें स्थान पर आ गई थी। 2019 में यह छठे और 2022 में यह पांचवें स्थान पर आई।