नवंबर में रिटेल महंगाई की दर 7% से ऊपर रह सकती है
मुंबई– रिटेल महंगाई की दर नवंबर महीने में 7% से ऊपर रह सकती है। हालांकि अक्टूबर की तुलना में इसमें गिरावट होगी, फिर भी यह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के लक्ष्य से ऊपर ही रहेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि देश में खाने-पीने की चीजों की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। साथ ही पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी पिछले 20 दिनों से काफी बढ़ गई हैं।
रिजर्व बैंक का लक्ष्य रिटेल महंगाई को लेकर 2 से 6% है। पर अक्टूबर में भी यह इस लक्ष्य से ऊपर थी और नवंबर में भी यह ऊपर रह सकती है। अक्टूबर में यह 7.61% थी जबकि नवंबर में 7% से ऊपर रह सकती है। यह लगातार सातवां महीना है जब खुदरा महंगाई की दर 6% से ऊपर बनी हुई है। यह मई 2014 के बाद से सबसे ऊंची दर महंगाई की है। जबकि नवंबर में अगर यह 7% पर रहती है तो लगातार तीसरा महीना होगा, जिसमें यह 7% से ऊपर रह सकती है।
केयर रेटिंग के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा कि अक्टूबर की तुलना में नवंबर में रिटेल महंगाई की दर कम रहने की उम्मीद है। क्योंकि अक्टूबर की तुलना में नवंबर में सब्जियों और दालों की कीमतों में कुछ कमी आई थी। जबकि दूसरी ओर इसी दौरान पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोत्तरी हुई है, जिससे महंगाई दर में बढ़त दिख सकती है। रिजर्व बैंक ने हाल में अपनी नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया था। रिजर्व बैंक का लक्ष्य महंगाई पर है और वह इसे अपने दायरे में लाना चाहता है। हालांकि उसका फोकस अब ग्रोथ की ओर भी है।
रिजर्व बैंक ने यह भी कहा कि महंगाई की दर अभी भी ऊंचे स्तर पर बनी रहेगी। हालांकि सिस्टम में इतनी लिक्विडिटी है कि इससे कोई दिक्कत नहीं है। भारतीय अर्थव्यवस्था इस साल अपने ऐतिहासिक स्तर के गिरावट से गुजर रही है। पहली तिमाही में इसमें 23.9 पर्सेंट की गिरावट के बाद दूसरी तिमाही में 7.5 पर्सेंट की गिरावट देखी गई। हालांकि पहली तिमाही की तुलना मे इसमें सुधार कह सकते हैं। रिजर्व बैंक का मानना है कि इस पूरे वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में गिरावट ही रह सकती है।