5 महीने में यस बैंक के लोन का रीपेमेंट करने में रिलायंस इंफ्रा सात बार हुई डिफॉल्ट

मुंबई- अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी पिछले 5 महीनों में यस बैंक के कर्ज देने में सात बार डिफॉल्ट हुई है। स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी से यह पता चला है। यह भी पता चला है कि इसी तरह कंपनी जम्मू-कश्मीर बैंक (जेएंडके बैंक) और श्रेई इक्विपमेंट फाइनेंस को भुगतान करने में चार बार डिफॉल्ट कर चुकी है।

जानकारी के अनुसार, यस बैंक द्वारा दिए गए लोन का भुगतान करने में 1 फरवरी, 2020 के बाद से सात बार रिलायंस इंफ्रा ने डिफॉल्ट किया है। यह यस बैंक से 3,627 करोड़ और 945 करोड़ रुपए के दो टर्म लोन का समय पर भुगतान नहीं कर पाई। इसी तरह इसने जेएंडके बैंक से 75 करोड़ रुपए और एसआरईआई इक्विपमेंट फाइनेंस से 27 करोड़ रुपए के लोन के भुगतान करने में डिफॉल्ट कर दिया।

फाइनेंशियल क्रेडिटर्स से रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर की कुल उधारी 31 मई, 2020 तक 4,675 करोड़ रुपए थी। इसमें यस बैंक, जेएंडके बैंक और श्रेई इक्विपमेंट फाइनेंस से कर्ज शामिल थे। कंपनी का छोटा और बड़ा कर्ज मिलाकर कुल 6,325 करोड़ रुपए लोन रहा है। कंपनी ने मार्च 2020 को समाप्त तिमाही में 154 करोड़ रुपए का शुद्ध नुकसान बताया था। साल भर पहले की अवधि के दौरान 3,202 करोड़ रुपए का शुद्ध नुकसान हुआ था।

रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने इससे पहले अपनी सालाना रिपोर्ट में खुलासा किया था कि वह 31 मार्च, 2020 तक 3,315 करोड़ रुपए का भुगतान करने में डिफॉल्ट हो गई। इस डिफॉल्ट में 33 गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (एनसीडी) धारकों सहित विभिन्न उधारदाताओं को ब्याज और मूलधन दोनों का पेमेंट शामिल था। डिफॉल्ट की अवधि 1 दिन से लेकर 640 दिन तक थी।

कंपनी ने अपने कारोबार पर कोविड-19 के प्रभाव को भी स्वीकार किया। दुनिया भर में कारोबार बेहद बुरी तरह से प्रभावित है और सभी क्षेत्रों की आर्थिक गतिविधियों में महत्वपूर्ण गिरावट आई है। वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है कि निर्माण गतिविधि में रुकावट, सप्लाई चेन में बाधा और अनुपलब्धता के कारण कंपनी का कारोबार भी प्रभावित हुआ है।

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