पैसा उपलब्ध होने से कर्ज घटा रही हैं कंपनियां, कोरोना की वजह से खर्च में हुई कमी
मुंबई- कोरोना की वजह से कंपनियों को कर्ज घटाने में मदद मिल रही है। हालांकि इसी दौरान तमाम उपायों से बाजार में पैसे भी उपलब्ध हैं। इसका फायदा कंपनियां उठा रही हैं। कंपनियों ने इस दौरान 60% से ज्यादा कर्ज पिछले 1 साल में घटाया है। कर्ज घटाने वाली कंपनियों में बड़ी कंपनियां शामिल हैं।
आंकड़ों के मुताबिक, टाटा स्टील पर मार्च 2020 तक कुल 1 लाख 16 हजार 328 करोड़ रुपए का कर्ज था। मार्च 2021 में यह 24% घट कर 88,501 करोड़ रुपए पर आ गया है। इसी ग्रुप की कंपनी टाटा पावर ने भी अपने कर्ज में 57% की कटौती की है। एक साल में इसका कर्ज 27,587 करोड़ रुपए घट कर 20,768 करोड़ रुपए पर आ गया है। यह मार्च 2020 में 48,376 करोड़ रुपए था।
ग्रासिम इंडस्ट्रीज का कर्ज इसी दौरान 84,651 करोड़ रुपए से 24% घट कर 64,194 करोड़ रुपए पर आ गया है। सरकारी कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल) का कर्ज 54,127 करोड़ से घट कर 35,576 करोड़ रुपए पर आ गया है। यह 34% घटा है। वेदांता कंपनी ने भी कर्ज में 30% की कमी की है। इसका कर्ज मार्च 2020 में 59,187 करोड़ से घट कर मार्च 2021 में 41,677 करोड़ रुपए पर आ गया है। जिंदल स्टील का कर्ज 36,824 करोड़ से घट कर 21,551 करोड़ रुपए पर आ गया है। इसमें 41% की कमी आई है।
रिलायंस इंफ्रा का कर्ज 17,066 करोड़ रुपए था। यह अब 8,781 करोड़ रुपए है। यानी 49% की कमी आई है। अनिल अंबानी की रिलायंस पावर भी कर्ज घटा रही है। इसका 28,804 करोड़ रुपए का कर्ज घट कर 20,625 करोड़ रुपए पर आ गया है। यानी 28% कर्ज इस कंपनी ने घटाया है। टाटा स्टील ने भी 36% कर्ज घटाया है और यह 10,686 करोड़ रुपए पर आ गया है।
महिंद्रा मैनुलाइफ म्यूचुअल फंड के एमडी आशुतोष बिश्नोई का कहना है कि कंपनियां इस समय महंगे शेयर से पैसा जुटा कर कर्ज घटा रही हैं। इससे कंपनियों की बैलेंसशीट अच्छी हो रही है। आगे यह कंपनियां निवेश के लिए तैयार हो रही हैं। विश्लेषकों का मानना है कि कर्ज घटाने वाली कंपनियों के शेयरों में आगे तेजी भी आ सकती है। इसलिए निवेशक ऐसी कंपनियों के शेयरों में निवेश के लिए सलाह ले सकते हैँ। हालांकि यह सभी कंपनियों के लिए सही भी नहीं है।
टाटा ग्रुप लगातार कर्ज घटा रहा है तो बाकी कंपनियां भी कर्ज घटा रही हैं। इसका एक कारण यह भी है पिछले 1 साल में तमाम राहत सुधारों से कंपनियों को सुविधा मिली है। इसलिए इसका उपयोग कंपनियां कर्ज को घटाने में कर रही हैं।