फंड ऑफ फंड्स में निवेश कर पा सकते हैं अच्छा फायदा
मुंबई– अगर आप पैसा लगाने के लिए ऐसी स्कीम की तलाश में हैं यहां से आपको अच्छा रिटर्न मिले ताकि आप महंगाई को मात दे सकें तो म्यूचुअल फंड की ‘फंड ऑफ फंड्स’ कैटेगिरी में निवेश कर सकते हैं।
फंड ऑफ फंड्स म्यूचुअल फंड की ऐसी स्कीमें है जो दूसरी म्यूचुअल फंड स्कीमों में निवेश करती हैं। लेकिन यह इंडेक्स फंड्स और एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) तक सीमित नहीं है। कई योजनाओं में निवेश करने से, फंड ऑफ फंड एक निवेशक को कई बाजार क्षेत्रों या रणनीतियों के लिए एक ब्रोड एक्सपोजर दे सकता है और इससे बेहतर रिटर्न मिलने की भी संभावना रहती है।
उदाहरण के लिए अगर फंड मैनेजर सोने में निवेश करना चाहता है तो वह सोने में निवेश करने वाली गोल्ड स्कीम में पैसा लगाएगा, फंड मैनेजर जिस भी स्कीम में पैसा लगाना चाहे लगा सकता है। इसका मतलब यह है कि फंड ऑफ फंड्स म्यूचुअल फंड की ऐसी स्कीमें है जो दूसरी स्कीमों में निवेश करती हैं। वह किसी एक स्कीम में पैसा लगाने के लिए बाध्य नहीं होती हैं। फंड ऑफ फंड्स में कंपनी के शेयर या बॉन्ड नहीं होते हैं, फंड ऑफ फंड्स अन्य स्कीमों की यूनिट होल्ड करते हैं। एक फंड ऑफ फंड्स अपने फंड हाउस या अन्य फंड हाउस की कई स्कीमों में निवेश कर सकता है।
इसमें निवेश का सबसे बड़ा फायदा छोटे निवेशकों को है जो धन की कमी के कारण निवेश के अलग-अलग विकल्पों में निवेश नहीं कर पाते हैं। वे इस स्कीम के जरिये अपने पोर्टफोलियो को कम राशि में डायवर्सिफाई कर सकते हैं। निवेश पर अधिक लाभ कमाने की संभावना बढ़ जाती है।
फंड ऑफ फंड्स तीन तरह के हो सकते हैं। एक जो इक्विटी में निवेश करते हैं। दूसरे जो डेट फंड में पैसा लगाते हैं। तीसरे वे जिनका निवेश अंतरराष्ट्रीय बाजारों में होता है। ये तीन प्रकार तकरीबन सभी एसेट क्लास को कवर कर लेते हैं।
वो लोग जो म्यूचुअल फंड में कम पैसा निवेश करने के साथ अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करना चाहते हैं उनका इसमें निवेश करना सही रहेगा। इसके अलावा ये उन लोगों के लिए भी सही है जिन्हें म्यूचुअल फंड के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, क्योंकि इसमें एक विश्वस्तरीय फंड मैनेजर आपके पैसों को संभालता है। इससे भी आपका जोखिम कम हो जाता है।