गो एयर नाम बदल कर ला रही है आईपीओ, पाइलटों ने सैलरी न मिलने पर 13 लीगल नोटिस भेजा
मुंबई– कोरोना महामारी के चलते एविएशन इंडस्ट्री को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। एयरलाइन कंपनियों को यात्रियों की संख्या से पिछले 14 महीने से मुश्किल हो रही है। नतीजा यह है कि भारत में गोएयर (GoAir) अब प्राइमरी मार्केट में हिस्सेदारी बेचकर 3,600 करोड़ रुपए की फंड जुटाएगी। इसके पायलटों ने सैलरी न मिलने पर कंपनी को 13 लीगल नोटिस भी भेजी है। मार्च 2020 में इसे 1270 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। कंपनी को तमाम यात्रियों ने भी 10 लीगल नोटिस भेजा है जिसमें चीटिंग का आरोप लगाया गया है।
वाडिया ग्रुप की एयरलाइन कंपनी गोएयर ने IPO लॉन्चिंग के लिए मार्केट रेगुलेटर सेबी के पास आवेदन जमा कर दिया है। इससे पहले 13 मई को रीब्रांडिंग करते हुए कंपनी का नाम गोफर्स्ट (Go First) किया था। मार्केट एक्सपर्ट्स मानते हैं कि एयरलाइन कंपनी की रीब्रांडिंग IPO लाने की तैयारी का ही एक हिस्सा है। कंपनी के CEO कौशिक कोहना ने कहा कि एयरलाइन पिछले 15 महीनों के मुश्किल समय से गुजर रही है। गोफर्स्ट आगे के अवसरों को देखता है। यह रिब्रांडिंग कल के पॉजिटिव कॉन्फिडेंस को दर्शाता है।
IPO के लिए ICICI सिक्योरिटीज, सिटी ग्रुप ग्लोबल मार्केट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, मॉर्गन स्टैनली इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को ग्लोबल को-ऑर्डिनेट और बुक रनिंग लीड मैनेजर अपॉइंट किया गया है। एयरलाइन कंपनी IPO से मिले फंड का इस्तेमाल कर्ज भुगतान और सामान्य कॉर्पोरेट के लिए करेगी। हालांकि, गोएयर के IPO की चर्चा इसी साल मार्च से हो रही थी और कंपनी ने 14 मई को ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल किया। खास बात है कि कंपनी DRHP में गोफर्स्ट ट्रेडमार्क और लोगो के रजिस्ट्रेशन के लिए भी अप्लाई किया है।
गोएयर ने कहा कि नए ब्रांड के तहत हम अपने ओवरऑल ऑपरेशन में बदलाव के प्रोसेस में है। उम्मीद है कि नए ब्रांड से हम बेहतर तरीके से कस्टमर्स को अपने साथ जोड़ने में सफल होंगे। गोएयर की शुरुआत 2005 में हुई थी। कंपनी के बेड़े में 50 से ज्यादा एयरक्राफ्ट हैं। इसी सेक्टर की प्रतिद्वंदी कंपनी इंडिगो (IndiGo) के बेड़े में 5 गुना ज्यादा एयरक्राफ्ट शामिल हैं। जबकि इंडिगों की शुरुआत 2006 में हुई थी। एविएशन मार्केट में मार्च 2021 में गोएयर की हिस्सेदारी 7.8% थी। जून 2014 में पहली बार इस एयरलाइन की हिस्सेदारी 10% से ज्यादा हुई थी।