आईपीओ में बढ़ेगी रिटेल निवेशकों की भागीदारी, सेबी घटा सकता है लॉट साइज
मुंबई-बाजार नियामक सेबी इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) में रिटेल निवेशकों की भागीदारी बढ़ाना चाहता है। इसके लिए मिनिमम एप्लीकेशन साइज (लॉट साइज) 15 हजार रुपए से घटाकर 7,500-8,000 रुपए करने के लिए संबंधित पक्षों के साथ बातचीत कर रहा है। हाल के सफल IPO में रिटेल निवेशकों की भागीदारी बढ़ी तो है, लेकिन यह अब भी टोटल सब्सक्रिप्शन के मुकाबले कम है।
बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) यदि वाकई IPO में निवेश की न्यूनतम रकम में 50% कटौती करता है, तो ऐसे छोटे निवेशक भी IPO में पैसा लगाने के बारे में सोच पाएंगे, जो कम पूंजी के कारण अब तक इस बाजार से बाहर ही रहते हैं।
मिनिमम एप्लीकेशन साइज छोटा होगा तो ज्यादा लोग आवेदन कर सकेंगे। मिनिमम एप्लीकेशन साइज में कटौती के लिए बातचीत से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कई रिटेल इन्वेस्टर्स एसोसिएशन ने सेबी को IPO के लॉट साइज की रकम में कटौती का सुझाव दिया है। बाजार नियामक इस पर गंभीरता से विचार कर रहा है।
वैसे हाल के आंकड़ों से पता चलता है कि साल दर साल आईपीओ में रिटेल इन्वेस्टर्स की भागीदारी बढ़ रही है। पिछले साल यानी 2020 में आए कुछ सफल आईपीओ में रिटेल निवेशकों की भागदारी ऊंची रही है। मसलन, द हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज का आईपीओ 150 गुना सब्सक्राइब हुआ था, जिसमें रिटेल निवेशकों का सब्सक्रिप्शन 70.94 गुना रहा था।